रांची: पारा शिक्षक के मानदेय की बढ़ोत्तरी के लिए मई में आकलन परीक्षा ली जा सकती है। इस परीक्षा में 43 हजार पारा शिक्षक शामिल होंगे। चार हजार से अधिक पारा शिक्षक इस परीक्षा में शामिल होने से वंचित रह गए हैं। उन्हें अब दूसरी आकलन परीक्षा का इंतजार करना होगा। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि राज्य में 47,500 पारा शिक्षक जो शिक्षक पात्रता परीक्षा पास नहीं हैं। आकलन परीक्षा में वैसे ही पारा शिक्षक शामिल हो सकते हैं, जिनके डॉक्यूमेंट वेरिफाइड हो चुके हैं। 47,500 पारा शिक्षक में से 45 हजार शिक्षकों के सर्टिफिकेट का वेरिफिकेशन हो सका है। इनमें से करीब 43 हजार पारा शिक्षकों ने ही आकलन परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है।

45 सौ पारा शिक्षक नहीं देंगे परीक्षा

राज्य के 25 सौ पारा शिक्षकों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन नहीं हो सका है। ऐसे शिक्षक आकलन परीक्षा के लिए आवेदन नहीं कर सके। 45 हजार डॉक्यमेंट वेरिफाइड पारा शिक्षकों में से 43 हजार ने ही आवेदन किए हैं। दो हजार डॉक्यूमेंट वेरिफाइड शिक्षकों ने आकलन परीक्षा के लिए आवेदन नहीं किया है। इस तरह 45 सौ पारा शिक्षक पहली आकलन परीक्षा नहीं दे सकेंगे। अब ऐसे शिक्षकों को दूसरी आकलन परीक्षा का इंतजार करना होगा। अब तक पहली आकलन परीक्षा नहीं ली जा सकी है। ऐसे में दूसरी आकलन परीक्षा कब ली जाएगी, यह देखने वाली बात होगी।

जो पारा शिक्षक आकलन परीक्षा में सफल होंगे उनके मानदेय में ही 10 फीसदी की बढ़ोतरी होगी।

शिक्षकों को नहीं मिल रहा चार फीसदी बढ़ोत्तरी का लाभ

पारा शिक्षकों के मानदेय में जनवरी से चार फीसदी की बढ़ोतरी की गयी है। पर अब तक उन्हें इसका लाभ नहीं मिल सका है। ऐसा जिलों की गलती की वजह से हो रहा है। मानदेय भुगतान से संबंधित गलत रिपोर्ट जिलों से भेजा गया जिस वजह से अब तक मानदेय का भुगतान नहीं हो सका है। जिलों से भेजी गयी गलत रिपोर्ट से शिक्षा विभाग नाराज है। जिलों को अविलंब रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। जिलों के वैसे पारा शिक्षक जिनका सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन हो गया और प्रशासनिक प्राधिकार से सेवा संपुष्टि हुई है उनका चार फीसदी मानदेय बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। वहीं, जिनका सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन होने के बाद भी प्राशासनिक प्राधिकार से स्वीकृति नहीं मिली है उन्हें स्वीकृति मिलने के बाद इसका लाभ मिलेगा।

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