फिर आ सकती है महामारी… भारत पर आने वाले हैं ये बड़े संकट…साल 2026 की इस भविष्यवाणी ने बढ़ाई चिंता…

ज्योतिषीय भविष्यवाणी में रौद्र संवत्सर को चुनौतीपूर्ण बताया गया—भूकंप, युद्ध और महामारी की आशंका, राजनीति और स्वास्थ्य पर हो सकता है बड़ा प्रभाव

नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष 2026 का नववर्ष 19 मार्च से शुरू होगा। यह विक्रम संवत 2083, जिसे ज्योतिषियों ने रौद्र संवत्सर कहा है, चुनौतीपूर्ण और उथल-पुथल भरा हो सकता है।

ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार यह संवत्सर वैश्विक स्तर पर गंभीर परिस्थितियों को जन्म दे सकता है। मौसम में बड़े बदलाव, ज्वालामुखी विस्फोट, युद्ध जैसी स्थितियां, हिंसा और शक्तिशाली भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं की संभावनाएं जताई गई हैं।

भविष्यवाणियों के अनुसार वर्ष 2026 भारत के लिए भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। राजनीतिक बदलाव, बड़े विरोध-प्रदर्शन, प्रदूषण में वृद्धि और प्राकृतिक आपदाओं की संभावना है। कुछ महीनों में भूकंप या अन्य प्राकृतिक आपदाओं की आशंका जताई गई है।

ज्योतिषीय गणनाओं में मंगल की स्थिति बड़े युद्ध की संभावना पैदा कर सकती है, और यदि युद्ध होता है तो वह 2027 तक जारी रह सकता है। इसके साथ ही ग्रह-गोचर संकेत देते हैं कि जून-जुलाई 2026 में कोई महामारी या संक्रमण स्वास्थ्य संकट के रूप में उभर सकता है।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह भविष्यवाणी ज्योतिषीय गणनाओं पर आधारित है। हालांकि वैज्ञानिक दृष्टि से इन दावों की पुष्टि आवश्यक है, फिर भी इसे लेकर जनता में चिंता बढ़ रही है।

रौद्र संवत्सर 2026 में दुनिया और भारत के लिए कई स्तरों पर चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। इस वर्ष की तैयारी और सतर्कता बेहद जरूरी मानी जा रही है।

Related Articles