पटना: झारखंड के बाद अब बिहार में भी पुरानी पेंशन बहाली की आवाज बुलंद होने लगी है। बिहार NMOPS ने इस बात का ऐलान किया है कि राज्य सरकार ने अगर पुरानी पेंशन बहाली की दिशा में कदम नही बढ़ाया तो 1 सितंबर को पूरे प्रदेश में कर्मचारी “काला दिवस” मनायेंगे। पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई लड़ रही NMOPS बिहार की शनिवार को एक बड़ी बैठक हुई। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ भवन में हुई इस बैठक में बिहार राज्य के सभी सेवा संघ के प्रतिनिधियों की एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में बिहार राज्य में नई पेंशन लागू होने की तिथि 1 सितंबर 2005 के आलोक में 1 सितंबर को काला दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।

1 सितंबर को बिहार के NPS कर्मी अपने कार्यस्थल पर काली पट्टी लगाकर काम करेंगे। इस दौरान कर्मचारी सरकार के समक्ष नई पेंशन बहाली का विरोध दर्ज करायेंगे। शनिवार की बैठक की अध्यक्षता विधान पार्षद-सह-अध्यक्ष बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ केदारनाथ पांडे द्वारा की गई। श्री पांडे द्वारा बताया गया कि पेंशन एक सामाजिक सुरक्षा है, जो बुढ़ापे में दवाई के साथ पारिवारिक और सामाजिक सम्मान के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने आरोप लगाया कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष एवं विश्व बैंक के दबाव में तत्कालीन सरकारों द्वारा सरकारी कर्मियों के पेंशन को समाप्त कर बाजार आधारित नई पेंशन प्रणाली लागू की गई. उनके द्वारा आह्वान किया गया कि पुरानी पेंशन बहाली की इस लड़ाई में सभी संगठन एकजुट होकर इस लड़ाई का हिस्सा बने. श्री पांडे द्वारा अनुरोध किया गया की पुरानी पेंशन बहाली से होने वाले फायदों को अंकित करते हुए सरकार के समक्ष शीघ्र एक ज्ञापन दिया जाए।


बैठक को एनएमओपीएस के अध्यक्ष वरुण पांडेय, महासचिव शशि भूषण कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्षअनिरुद्ध प्रसाद, उपाध्यक्ष संजीव कुमार तिवारी तथा विभिन्न संघों के प्रतिनिधियों मुख्यतः डॉ भोला पासवान, ओंकार नाथ झा, राजेश्वर तिवारी, श्री नंदकिशोर ओझा, कौशिक कुमार, विपुल कुमार, सुबोध कुमार, दिलीप कुमार, विनोद कुमार, सुनील कुमार, शिवेंद्र पाठक, राजीव झा, संजय मिश्रा, श्री दीपक कुमार राय, अमरेंद्र कुमार, राजेश भगत, दिग्विजय सिंह ने संबोधित किया।

बैठक में बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ, बिहार राज्य अराजपत्रित शिक्षक संघ, बिहार सचिवालय सेवा संघ, बिहार वित्त सेवा संघ, बिहार अभियंत्रण सेवा संघ, बिहार अवर अभियंता सेवा संघ, बिहार सहकारिता प्रसार पदाधिकारी संघ, कल्याण पदाधिकारी संघ, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी संघ, कारा सेवा संघ, आप्त सचिव सेवा संघ,बिहार पुलिस कारा मेंस एसोसिएशन,पटना उच्च न्यायालय के अराजपत्रित सेवा संघ, बिहार इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाई एसोसिएशन, बाल संरक्षण पदाधिकारी संघ, नियोजित शिक्षक संघ, व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ, बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन इत्यादि कई संघों के प्रतिनिधि मौजूद रहे और उनके द्वारा सर्वसम्मति से सहमति व्यक्त की गई कि उनकी सेवा के सभी कर्मी 1 सितंबर को काला बिल्ला लगाकर अपने कार्यों का निष्पादन करेंगे.

बैठक में सर्वसम्मति से 1 सितंबर को काला बिल्ला लगाकर आंदोलन किए जाने के प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त करते हुए बैठक समाप्त की गई. धन्यवाद ज्ञापन संजीव कुमार द्वारा किया गया.

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...