"OPS ही कर्मचारी हित में, NPS के परिणाम रहे हैं भयावह"...प्रेस कांफ्रेंस में बोले जिला संयोजक जय होरो.....प्रांतीय उपाध्यक्ष उज्जवल बोले...OPS की .....

धनबाद। पुरानी पेंशन को लेकर राज्य सरकार की तरफ से शुभ संकेत मिल रहे हैं। पूरी उम्मीद है कि पुरानी पेंशन बहाली का ऐलान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 26 जून को महासम्मेलन के महामंच से कर देंगे। इधर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तरफ से मिल रहे संकेत ने कर्मचारियों का उत्साह दोगुना कर दिया है। लिहाजा, प्रदेश के सभी जिलों में तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। इधर, आज धनबाद जिला NMOPS ईकाई ने महासम्मेलन को लेकर बैठक आहूत की। 26 जून को आहूत 'पेंशन जयघोष महासम्मेलन' को लेकर आज अजंतापाड़ा शिक्षक सदन में NMOPS धनबाद इकाई की तरफ से प्रेस कांफ्रेंस की गयी।

प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया को महासम्मेलन का मकसद और तैयारियों के संबंध में जानकारी दी गयी। जिला संयोजक जय होरो ने बताया कि नई पेंशन योजना (NPS) पूरी तरह से पूँजीपतियों के हितों को ध्यान में लेकर लायी गयी थी इसके अबतक के सारे परिणाम कर्मचारी की सामजिक सुरक्षा की दृष्टी से भयावह रहे हैं। NPS से हमेशा भविष्य असुरक्षित और अनिश्चितताओं से भरा हुआ प्रतीत होता था, लिहाजा NMOPS ने एक बीड़ा उठाया है कि प्रदेश के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ दिलाया जाये। हम सब इस लड़ाई के लक्ष्य के बिल्कुल करीब हैं।

वहीं उज्ज्वल तिवारी प्रांतीय उपाध्यक्ष ने बताया कि NPS एक आर्थिक बीमारी है, जिसका पूर्ण विसर्जन एवं पुरानी पेंशन की पुनर्स्थापना के लिए पूरे राज्य से हज़ारों की संख्या में कर्मचारी एवं पदाधिकारी राँची के मोहराबादी स्थित बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में "पेंशन जयघोष महासम्मेलन" में शामिल होने से पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री की मौजूदगी में कर्मचारी पुरानी पेंशन की आवाज बुलंद करेंगे। इस महाआयोजन में न सिर्फ झारखण्ड राज्य के वरन कई अन्य प्रदेशों से भी लोग शिरकत करने आ रहे हैं।

इस विषय पर झारखण्ड के मुख्यमंत्री, हेमन्त सोरेन से लगभग तीन वर्ष पहले जब वे सत्ता में नहीं थे, तब से बात चल रही थी। उन्होने इस विषय की मार्मिकता को समझा था और सरकार बनने के बाद भी इसपर अपना साकारात्मक रुख बनाये रखा।उन्होने यह वादा किया था की वे 2004 के बाद से झारखण्ड में सरकारी सेवा में नियुक्त कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल कर देंगे।

NMOPS, झारखण्ड के प्रतिनिधिमंडल से मुख्यमंत्री कार्यालय की कई दौर की वार्ताएँ हुईं एवं इसके सभी पहलुओं पर गहन चर्चा हुई।अंतत: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा के ग्रीष्मकालीन सत्र के समापन में झारखण्ड राज्य में पुरानी पेंशन बहाली के अपने संकल्प को उच्च स्वर में दोहराया और उनके द्वारा कहा गया की बहुत जल्द वे झारखण्ड में पुरानी पेंशन बहाल करने जा रहे हैं।

दिनांक 17.06.2022 को जब इस महासम्मेलन के आयोजकों द्वारा उन्हें मुख्य अतिथि के रुप में आमंत्रित किया गया तो उन्होने एक मज़बूत कदम और आगे बढ़ते हुए विभिन्न सोशल मिडिया प्लैटफार्म के माध्यम से यह घोषणा की, की अब समय आ गया है पुरानी पेंशन बहाली का।जिससे पूरे राज्य में एक खुशी की लहर है एवं कर्मचारी कृतज्ञता से भरे उत्साह से लबरेज़ हैं।हालांकि कुछ मिडिया हाउसेज़ द्वारा यह भ्रम भी फैलाने का प्रयास किया जा रहा है की बिना केन्द्र सरकार की सहमति के इसे राज्य में नहीं लागू किया जा सकता है एवं PFRDA अपने पास जमा NPS फंड की राशि नहीं लौटा सकता है।

मौके पर प्रांतीय सचेतक मो इकबाल,जिला कोषाध्यक्ष संजय गिरी, कौशलेंद्र तिवारी मुख्य सलाहकार, गौतम सहाय मीडिया प्रभारी, समन्वयक शिवेश झा, सचेतक ब्रजेश भट्ट आदि भी उपस्थित थे।

HPBL Desk
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