ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना की बड़ी कार्रवाई, 64 पाकिस्तानी सैनिक ढेर, आतंकी ठिकानों को किया ध्वस्त

नई दिल्ली – भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत एक बड़ी सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस अभियान में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान के 64 सैनिक और अधिकारी मारे गए, जबकि 90 से अधिक घायल हुए हैं। सेना ने यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में किया, जहां पाकिस्तानी सेना की ओर से उकसावे की लगातार घटनाएं हो रही थीं।
इस ऑपरेशन के संबंध में सोमवार को विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने संसदीय समिति को जानकारी देते हुए कहा कि भारत की कार्रवाई पारंपरिक सैन्य सीमाओं के भीतर रही और पाकिस्तान की ओर से किसी परमाणु खतरे का संकेत नहीं मिला। उन्होंने यह भी बताया कि सैन्य संघर्ष को और आगे बढ़ने से रोकने के लिए द्विपक्षीय स्तर पर सहमति बनी है।
पाकिस्तान में आतंकियों की खुली छूट
विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान भारत को अपनी धरती पर हुई कुछ घटनाओं के लिए दोषी ठहराने की कोशिश कर रहा है, जबकि उसके पास इस बात के कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं। इसके उलट, संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी पाकिस्तान में स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं और भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।
समिति की बैठक के दौरान यह सवाल भी उठाया गया कि क्या पाकिस्तान ने इस संघर्ष में चीन निर्मित सैन्य उपकरणों का उपयोग किया। विदेश सचिव ने इस पर टिप्पणी करते हुए बताया कि इसकी जांच की जा रही है।
ट्रंप के बयान पर विदेश सचिव की चुटकी
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा संघर्ष विराम का श्रेय लेने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश सचिव ने कहा कि “उन्होंने हमसे इसकी अनुमति नहीं ली थी”। उन्होंने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा है और किसी अन्य देश को इस पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है।
ब्रह्मोस मिसाइल से की गई सटीक कार्रवाई
गृह मंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर की विस्तृत जानकारी साझा करते हुए बताया कि भारत ने इस बार पाकिस्तान की सीमा में 100 किलोमीटर तक घुसकर आतंकवादियों और उनके ठिकानों को नष्ट किया। उन्होंने कहा कि इससे पहले की सर्जिकल और एयर स्ट्राइक्स केवल पीओके तक सीमित थीं, लेकिन यह ऑपरेशन कहीं अधिक निर्णायक और व्यापक रहा।
पाकिस्तान की असलियत दुनिया के सामने आई
अमित शाह ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने सटीक हमले कर पाकिस्तान के एयरबेस और आतंकी ठिकानों को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने कहा कि जब सीमा सुरक्षा का इतिहास लिखा जाएगा, तो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को स्वर्ण अक्षरों में दर्ज किया जाएगा। यह ऑपरेशन न केवल सैन्य सफलता का प्रतीक है, बल्कि इससे पाकिस्तान के आतंक को समर्थन देने की सच्चाई भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर उजागर हो गई है।