रांची। अपनी धाकड़ गेंदबाजी से मोहम्मद सिराज ने सभी को दीवाना बना दिया। पहले गेंदों से कहर ढाकर श्रीलंकाई फैंस की चीखें निकाल दी और फिर मैन ऑफ द मैच की राशि ग्राउंड्समैन को दानकर पूरी महफिल लूट ली। सिराज इकलौते ऐसे खिलाड़ी रहे, जिन्होंने एशिया का बादशाह बनाने के लिए टीम इंडिया की राह बहुत ही आसान बना दी। मियां भाई के नाम से मशहूर इस खिलाड़ी ने श्रीलंका के खिलाफ जैसा प्रदर्शन किया, उसे लंबे समय तक याद कि जायेगा।

मोहम्मद सिराज 29 साल का वही लड़का है, जो कुछ समय पहले आंखों में आंसू भरकर मैदान में खड़ा था। वजह थी पिता का इंतकाल। एक दिन वो था जब सिराज ने गाबा में भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाकर देश का गौरव बढ़ाया था और एक आज का दिन है जब सिराज ने ‘मैन ऑफ द मैच’ बनने के बाद अपनी इनामी राशि ग्राउंड्समैन को दान कर दी।

सिराज के धमाकेदार प्रदर्शन के बाद आज प्रशंसक उस वक्त को याद कर रहे हैं, जो साल 2020 का था। रविवार को सिराज ने श्रीलंका पर कहर ढाया था, तब देश में कोरोना ने कहर बरपा रखा था। ऐसे वक्त में भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया में जाकर सीरीज खेली। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में सिराज मैच से पहले प्रैक्टिस कर रहे थे, ऐसे में सुबह के वक्त ट्रेनिंग से लौटने के बाद उन्हें पिता के इंतकाल की खबर मिली, लेकिन क्वारंटाइन में होने की वजह से सिराज भारत नहीं जा सकते थे।

इस सीरीज के एक मैच में राष्ट्रगान के वक्त सिराज बहुत भावुक हो गए थे. ऐसे में दिन का खेल खत्म होने के बाद जब उनसे पूछा गया था कि वह क्यों भावुक हो गए थे, तो उन्होंने बताया था कि उन्हें उनके पिता की याद आ गई थी। इस तोड़ देने वाले पल में भी सिराज ने हिम्मत नहीं हारी और देश के लिए मैच खेले। सीरीज में सिराज ने अपनी स्विंग गेंदबाजी के दम पर 13 विकेट चटकाए और टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज भी बने।

गाबा में भारत की ऐतिहासिक जीत के हीरो रहे सिराज ने पांच विकेट लेकर अपने मरहूम पिता को ट्रिब्यूट भी दिया था. उन्होंने दूसरी पारी में पांच विकेट लेने के बाद अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर पिता को श्रद्धांजलि दी थी. उनका यह फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था.
मोहम्मद सिराज का जन्म हैदराबाद के एक बेहद गरीब परिवार में हुआ था। उनके पिता गौस मोहम्मद एक ऑटो रिक्शा चालक थे। सिराज के घर पैसों की किल्लत जरूर थी, लेकिन यह पिता का ही सपना था कि उनका बेटा एक बड़ा क्रिकेटर बने। फिर सिराज ने अपनी स्विंग से पिता के उन सपनों को सच कर दिखाया।

उस घटना के बाद सिराज ने बाद में कहा भी था कि मैंने यह खबर कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री को बताई थी. उन्होंने मुझे हिम्मत रखने के लिए कहा। सिराज ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उस वक्त के कोच रवि शास्त्री ने उन्हें उस मुश्किल वक्त में सपोर्ट किया था। मैं अपने पिता के निधन के अगले दिन ट्रेनिंग के लिए गया और रवि शास्त्री ने मुझसे कहा कि मेरे पास पिता का आशीर्वाद है और मैं पांच विकेट लूंगा। जब मैंने ब्रिस्बेन में पांच विकेट लिए, तो उन्होंने मुझसे कहा. देखो, तुमने क्या किया. मैंने तुमसे कहा था न कि तुम पांच विकेट लोगे।

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