हे भगवान, डॉक्टर है या हैवान: ऑपरेशन कर बच्चा निकाला फिर पेट में भर दिया कपड़ा.. पढ़िए फिर कैसे हुआ खुलासा
Oh God, is he a doctor or a beast: After surgery, he took out the child and then filled the stomach with clothes.. Read how it was revealed.

Health News । डॉक्टर को धरती का भगवान माना जाता है क्योंकि इनके देखरेख में मरीज की जान बच पाती है परंतु यदि डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की जान पर बन जाती है तो “भगवान” की उपाधि पर बट्टा लगना स्वाभाविक है।ऐसा ही एक मामला सामने आया है जब सूबे के बड़े अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही की करतूत सामने आई है और मरीज गंभीर अवस्था में पहुंच गया है।
गर्भवती महिला का सिजेरियन ऑपरेशन करने के दौरान डॉक्टर ने पेट के अंदर ही कपड़ा छोड़ दिया। इसकी वजह से महिला के ऑपरेशन वाले हिस्से में घाव बन गया। उसकी हालत गंभीर है। इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामला दरभंगा DMCH का है जहां जाले प्रखंड के कमतौल के ब्रह्मपुर पश्चिमी गांव के शिवम ठाकुर की पत्नी अंजली की डीएमसीएच में 8 अक्टूबर को सिजेरियन से डिलीवरी हुई।
डिस्चार्ज के बाद उसे पेट में दर्द रहने लगा। स्थानीय कंपाउंडर ने जब ड्रेसिंग की तो उसे पेट में कपड़ा दिखा। अस्पताल अधीक्षक अधीक्षक डॉ. अलका झा ने इसे गंभीरता से लेते हुए पीड़िता का इलाज फिर से शुरू करने का निर्देश दिया है।
पीड़िता के पति ने बताया कि
मरीज के पति शिवम ठाकुर ने बताया, ‘8 अक्टूबर को डीएमसीएच के गायनिक विभाग में ऑपरेशन से मेरी पत्नी को बेटा हुआ। 14 अक्टूबर को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। घर आने पर ऑपरेशन वाले भाग में दर्द होने लगा। धीरे-धीरे वह घाव में बन गया। दवा खाने के बावजूद घाव सूखने का नाम नहीं ले रहा था।
जब मैंने अपनी पत्नी अंजला कुमारी का स्थानीय स्तर पर ऑपरेशन वाले भाग की ड्रेसिंग शुरू की तो ऑपरेशन वाली जगह से सूती कपड़े का बना टेट्रा निकला। बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के समय डॉक्टर टेट्रा से खून साफ करने का काम करते हैं। डॉक्टर द्वारा पेट से टेट्रा निकालने का मैंने वीडियो भी बनाकर रखा है। जिसे मैं प्रशासनिक अधिकारी को प्रमाण के तौर पर प्रस्तुत करूंगा।’
कैसे हुआ मामला का खुलासा
घर आने के बाद से ही अंजला के ऑपरेशन वाले स्थान पर दर्द होने लगा। धीरे-धीरे वहां घाव बन गया। दवा खाने के बावजूद घाव नहीं सूख रहा था। जब अंजला ने स्थानीय डॉक्टर से इलाज कराना शुरू किया तो ऑपरेशन वाले स्थान से सूती कपड़े का बना टेट्रा निकला। बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के समय डॉक्टर टेट्रा से खून साफ करने का काम करते हैं।
क्या कहते है अधीक्षक
डीएमसीएच की अधीक्षक डॉ अलका झा ने बताया, ‘मेरे संज्ञान में भी यह मामला आया है। मैंने सबसे पहले मरीज के घर एंबुलेंस भेजकर मरीज को डीएमसीएच मंगवाया है, जहां फिर से जांच की जा रही है। अभी मेरी पहली प्राथमिकता मरीज का सही इलाज करवाना है, जिससे मरीज का इंफेक्शन नहीं फैले।
अधीक्षक ने बताया कि मरीज के घाव में पस भी आ रहा है। मैं खुद इस मामले की मॉनिटरिंग कर रही हूं। मैं खुद वार्ड में जाकर मरीज से मिली हूं। वहीं इलाज कर रहे डॉक्टर को भी उचित दिशा-निर्देश दिया है। यह जांच का विषय है कि मरीज के साथ क्या हुआ था। अगर जरूरत पड़ी तो इस मामले की जांच कराई जाएगी।’