गढ़वा। गढ़वा जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन विकास कुमार को आवंटित आवास का किराया भरने का नोटिस भेजा गया है। करीब 6.40 लाख रुपये आवास का किराया उन्होंने बकाया रखा था इस किराये के अलावे उन्हें आवास के रख-रखाव का खर्च एवं बिजली का बिल भी भरने का निर्देश दिया गया है। इधर, नोटिस भेजे जाने पर विकास कुमार ने कहा कि वे अपने पिता के इलाज के लिए दो-तीन माह से जिले से बाहर हैं, इसलिए चाभी नहीं दे सके हैं। किराया देने के संबंध में उन्होंने कहा कि यदि उनके पूर्व के चेयरमैन से किराया लिया गया होगा, तो वे भी देने के लिये तैयार हैं। उपविकास आयुक्त सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी की ओर से ये नोटिस भेजा गया है।

दरअसल पंचायत चुनाव एवं जिला परिषद के चेयरमैन का चुनाव संपन्न हुए करीब छह माह से ज्यादा हो चुका है। लेकिन पूर्व चेयरमैन विकास कुमार ने सरकारी आवास को खाली नहीं किया है। उपविकास आयुक्त ने उन्हें आवास खाली करते हुए चाभी लौटाने को कहा है। विकास कुमार को 30 मई, 2016 को प्रखंड कार्यालय, गढ़वा में पदाधिकारियों के लिए बने डी टाइप न्यू टू आवास आवंटित किया गया था। इसका किराया आठ हजार रुपये प्रतिमाह तय है। इस हिसाब से दिसंबर 2022 तक 80 महीने का किराया 6.40 लाख रुपये होता है। पूर्व चेयरमैन को अब तक उपयोग किये गये बिजली बिल का भुगतान करने को भी कहा गया है। पूर्व चेयरमैन विकास कुमार का कार्यकाल 2016 से 2022 तक का रहा है।

विकास कुमार राजद नेता सह पूर्व सांसद घुरन राम के पुत्र हैं। पूर्व चेयरमैन विकास कुमार के पूर्व माले नेत्री सुषमा मेहता एवं खरौंधी से जिप सदस्य रही गीता देवी भी वर्ष 2010 से 2015 के बीच जिला परिषद की चेयरमैन रही हैं. उन्हें आवास के बदले उपविकास आयुक्त के सटा बंगला रहने के लिए दिया गया था. इन दोनों से कभी किराया, रखरखाव खर्च या बिजली का बिल नहीं लिया गया। वर्तमान चेयरमैन सह रमना की जिप सदस्य शांति देवी ने आवास आवंटन को लेकर उपायुक्त को पत्र लिखा है, लेकिन बिना किराया और अन्य सुविधा शुल्क लिए आवास उपलब्ध नहीं कराया जायेगा।

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