एक नहीं, दो नहीं… पूरे 8 शहर! स्वच्छता की दौड़ में मप्र ने किया कमाल, पर एक नाम बना ‘बॉस ऑफ क्लीन इंडिया’ – जानिए कौन?

भोपाल/नई दिल्ली। स्वच्छता के मैदान में मध्य प्रदेश ने फिर पूरे देश को पीछे छोड़ दिया है! स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में मप्र के 8 शहरों को विभिन्न श्रेणियों में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा सम्मानित किया गया। राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में मप्र ने अपनी स्वच्छता की ताकत का लोहा मनवाया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस उपलब्धि को प्रदेश की जनता, सफाईकर्मियों और नगर निकायों की संयुक्त मेहनत का नतीजा बताया। उन्होंने स्पेन दौरे से जारी संदेश में कहा, “मप्र अब स्वच्छता में देश का लीडर बन चुका है।“
इन शहरों ने दिलाया मध्य प्रदेश को गौरव:
इंदौर: 10 लाख+ आबादी श्रेणी में Super Swachh League City में देश का सबसे स्वच्छ शहर
भोपाल: 10 लाख+ आबादी में दूसरा स्थान
उज्जैन: 3 से 10 लाख आबादी में शीर्ष स्थान
बुदनी: 20 हजार से कम आबादी में सर्वश्रेष्ठ शहर
देवास: 50 हजार – 3 लाख आबादी में पहला स्थान
शाहगंज: 20 हजार से कम आबादी में तीसरा स्थान
जबलपुर: सफाई मित्र सुरक्षित शहर की श्रेणी में सम्मान
ग्वालियर: Promising स्वच्छ शहर का खिताब
स्टार रेटिंग में भी MP का जलवा:
203 शहरों को स्टार रेटिंग, जो पिछले साल से 12% ज्यादा
भोपाल, इंदौर, जबलपुर को 7-स्टार रैंकिंग
देवास, रीवा, सतना को 5-स्टार
36 शहरों को 3-स्टार, और 161 को 1-स्टार रैंकिंग
कैलाश विजयवर्गीय और संकेत भोंडवे का क्या कहना है?
नगर विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पुरस्कार समारोह में प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया और कहा कि मप्र के शहर आने वाले वर्षों में स्वच्छता के हर मानक पर देश के लिए आदर्श बनेंगे।
आयुक्त संकेत भोंडवे ने इसे सफाई मित्रों की मेहनत का प्रतिफल बताया और कहा कि लक्ष्य है– हर नगरीय क्षेत्र को श्रेष्ठतम बनाना।