3 साल की कोशिश के बाद भी प्रेग्नेंसी नहीं, शादी से पहले की एक भूल ने खोला बड़ा राज़!

महिला ने सोचा फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन डॉक्टर की जांच ने छुपा हुआ कारण उजागर कर दिया — Sjögren's सिंड्रोम।

नई दिल्ली: कभी-कभी प्रेग्नेंसी न होने की वजह ऐसी निकलती है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह जाता है। ऐसा ही हाल ही में एक महिला के साथ हुआ, जो पिछले तीन सालों से लगातार प्रेग्नेंसी की कोशिश कर रही थी, लेकिन हर बार नाकाम रही।

फर्टिलिटी एक्सपर्ट डॉ. महिमा ने बताया कि महिला की जांच में पता चला कि शादी से पहले उसने अबॉर्शन पिल ली थी। उसे विश्वास था कि जब चाहेगी, प्रेग्नेंट हो जाएगी। लेकिन लगातार टेस्ट नेगेटिव आने और बढ़ते तनाव ने महिला को मानसिक रूप से काफी प्रभावित किया।

कई डॉक्टरों को दिखाने के बावजूद सही कारण पता नहीं चल सका। रिपोर्ट्स में महिला का एमएच लेवल और अल्ट्रासाउंड नॉर्मल थे, वहीं पति की सीमेन रिपोर्ट भी सही थी।

हालांकि, महिला ने डॉक्टर को यह भी बताया कि उसकी आंखें और मुंह हमेशा ड्राई रहते थे, और छह साल पहले हुई ऑटोइम्यून बीमारी के बाद लोगों ने कहा कि “तुम्हारी जैसी महिलाएं मां नहीं बन सकतीं।”

जांच के बाद पता चला कि महिला को Sjögren’s सिंड्रोम था, एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर, जिसमें आंखों, त्वचा और योनि में ड्राइनेस रहती है। यही कारण था कि नैचुरली कंसीव करना मुश्किल हो रहा था।

डॉ. महिमा बताती हैं कि लगभग 10-15% कपल्स अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी से जूझते हैं, जहां टेस्ट नॉर्मल होते हुए भी गर्भधारण नहीं हो पाता। इस महिला के केस में सही डायग्नोस और ट्रीटमेंट मिलने के बाद प्रेग्नेंसी पूरी तरह संभव हो सकी।

यह कहानी सिर्फ जानकारी नहीं बल्कि उन कई कपल्स के लिए प्रेरणा है, जो लंबे समय तक बेबी प्लानिंग में संघर्ष कर रहे हैं।

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