रांची। 26 जून को होने वाले जयघोष महासम्मेलन की तैयारी पूरी हो चुकी है।  शनिवार को NMOPS प्रदेश संगठन ने रांची प्रेस क्लब में मीडिया से महासम्मेलन के आयोजन को लेकर चर्चा की। प्रांतीय अध्यक्ष विक्रांत सिंह ने बताया कि 2004 से लागू पुरानी पेंसन स्कीम की कई खामियां है। NPS से ना तो कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित था और ना ही कर्मचारियों को आर्थिक संबल ही मिल रहा था। ये पूरी तरह से शेयर आधारित स्कीम था, जिसमें हमेशा जोखिम की संभावना बनी रहती थी। लिहाजा NMOPS ने पुरानी पेंशन बहाली को लेकर आवाज बुलंद की। इस पुरानी पेंशन बहाली को लेकर रांची के मोहराबादी मैदान में पेंशन जयघोष महासम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शिरकत करेंगे।

विक्रांत कुमार सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन स्कीम को खत्म करने के पीछे पूंजीपतियों की साजिश थी। एनपीएस किसी भी सूरत में ना तो कर्मचारी और ना ही राज्य सरकार के लिए फायदेमंद है। एक तो इससे कर्मचारियों का भविष्य हमेशा अधर में है, दूसरी बात ये कि एनपीएस से आर्थिक बोझ भी राज्य सरकार के खजाने पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि 60 साल की सेवा के बाद भी जोखिम होने का प्रभाव कर्मियों की कार्यदक्षता पर पड़ता है।

वहीं एनएमओपीएस के प्रांतीय प्रवक्ता शिवानंद काशी ने कहा कि पुरानी पेंशन स्कीम में महंगाई भत्ता और वेतनमान बढ़ने का लाख पेंशनधारियों को मिलता था। नई स्कीम में ऐसा कुछ भी नहीं है। प्रांतीय कोषाध्यक्ष नितिन कुमार ने कहा कि सम्मेलन काफी भव्य होगा। प्रदेश भर से कर्मचारी इस महासम्मेलन में शामिल होने के लिए आ रहे हैं। इस महासम्मेलन को प्रदेश भर के अलग-अलग कर्मचारी संगठनों का साथ मिला है।

आपको बता दें कि रविवार को हजारों कर्मचारी रांची के मोहराबादी फुटबाल मैदान में पहुंचेंगे और पेंशन के लिए जयघोष करेंगे। कर्मचारियों को उम्मीद है कि आज पेंशन जयघोष सम्मेलन में पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की घोषणा मुख्यमंत्री करेंगे।

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