झारखंड के विकास के लिए नितिन गडकरी की बड़ी पहल, कई परियोजनाओं का किया उद्घाटन और शिलान्यास
Nitin Gadkari's big initiative for the development of Jharkhand, inaugurated and laid the foundation stone of many projects

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को राजधानी रांची को बहुप्रतीक्षित रातू रोड फ्लाईओवर की सौगात दी। ओटीसी ग्राउंड में आयोजित भव्य समारोह में उन्होंने राज्य को सड़कों, कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे से जुड़े कई बड़े प्रोजेक्ट्स की जानकारी दी और झारखंड के सर्वांगीण विकास का संकल्प दोहराया।
वर्षों से इंतज़ार आज हुआ पूरा
गडकरी ने कहा आज हम वो सपना साकार कर रहे हैं जिसका लोगों को वर्षों से इंतज़ार था। आज रातू रोड फ्लाईओवर के साथ-साथ झारखंड के कोने-कोने को जोड़ने वाली योजनाएं पूरी हो रही हैं। उन्होंने बताया कि झारखंड में अब तक करीब 2 लाख करोड़ रुपये की लागत से सड़क और पुल निर्माण के काम या तो पूरे हो चुके हैं या प्रगति पर हैं।
उन्होंने कहा कि जल्द ही दिल्ली से मुंबई की दूरी घटकर 12 घंटे, दिल्ली से कोलकाता की दूरी 30 घंटे से घटकर 14 घंटे हो जाएगी। रायपुर से धनबाद की यात्रा भी अब सिर्फ 11 घंटे में पूरी हो सकेगी। उन्होंने दावा किया कि झारखंड में संपर्क बढ़ाने से न केवल आवागमन आसान होगा, बल्कि राज्य को आर्थिक रूप से नई उड़ान मिलेगी।
रांची को मिलेंगे नए कॉरिडोर और रिंग रोड
गडकरी ने घोषणा की कि रांची से संबलपुर के बीच एक नया हाईवे कॉरिडोर बनेगा, जिसकी लागत 8000 करोड़ रुपये होगी और यह परियोजना बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के आर्थिक ढांचे को सशक्त बनाएगी। इसके साथ ही रांची रिंग रोड और बायपास के निर्माण को मंजूरी मिल गई है, जिससे राजधानी में जाम की समस्या से निजात मिलेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि रांची-वाराणसी हाईवे को दो लेन से चार लेन किया जा रहा है, जिसका 60% काम पूरा हो चुका है और जनवरी 2026 तक यह पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। इस सड़क से अब रांची से वाराणसी की यात्रा महज 4 घंटे में पूरी होगी।
राज्य सरकार को भूमि अधिग्रहण में सहयोग की अपील
गडकरी ने झारखंड सरकार से आग्रह करते हुए कहा कई परियोजनाएं भूमि अधिग्रहण की वजह से रुकी हुई हैं। जैसे रांची-खूंटी चौड़ीकरण, जिसका टेंडर अब 2025 में होगा। मैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अनुरोध करता हूं कि वे इस मुद्दे को प्राथमिकता दें। उन्होंने बताया कि सीएम ने उन्हें फोन कर कार्यक्रम में नहीं आने की बात बताई थी, क्योंकि शिबू सोरेन की तबीयत खराब है, लेकिन गडकरी ने उनका आभार जताया और आगे भी सहयोग की उम्मीद जताई।
उन्होंने कहा कि एनएच-75E के टेंडर को रद्द करना पड़ा, क्योंकि कुछ समस्याएं थी। अब मुख्यमंत्री, मंत्री दीपक बिरुआ और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी मिलकर इसे सुलझाएं ताकि कार्य शुरू हो सके।
सोहराय पेंटिंग और चित्रकला विश्वविद्यालय को देंगे सहयोग
गडकरी ने कहा कि वे फ्लाईओवर के पिलरों पर झारखंड की पारंपरिक सोहराय पेंटिंग करवाना चाहते हैं और इसके लिए वे चित्रकला विश्वविद्यालय से संपर्क करने का सुझाव देते हैं। उन्होंने कहा, मैं सोच कर बोलता हूं और जो बोलता हूं, वो करता भी हूं।
किसान सिर्फ अन्नदाता नहीं, ऊर्जादाता भी हैं
गडकरी ने अपने भाषण में झारखंड की जल समस्या का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि झारखंड में जो पानी आता है, उसे यहीं स्टोर किया जाना चाहिए ताकि सूखा और जल संकट से निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि अब किसान सिर्फ अन्नदाता नहीं, ऊर्जादाता भी हैं, और झारखंड में किसानों के सशक्तिकरण के लिए केंद्र सरकार हरसंभव सहयोग देगी।
झारखंड के विकास के लिए केंद्र की प्रतिबद्धता
गडकरी ने कार्यक्रम में कहा मैं मुख्यमंत्री को यह विश्वास दिलाता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हमारी पूरी सरकार झारखंड को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। हम सब मिलकर इस राज्य को सुखी, समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाएंगे। यह कार्यक्रम केवल एक फ्लाईओवर के उद्घाटन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह झारखंड के भविष्य के इंफ्रास्ट्रक्चर रोडमैप की झलक बन गया।