धनबाद जिले के पदाधिकारी का आदेश जब अपने में ही उलझने लगे तो उस आदेश का अनुपालन पर प्रश्नचिन्ह उठना लाजिमी है। ऐसे में ये सवाल उठना स्वाभाविक है की आखिर कब तक विभाग के आला अधिकारी का आदेश धरातल और उतरेगा ? ऐसा ही एक वाकया स्वास्थ्य विभाग के सिविल सर्जन कार्यालय धनबाद का आया है।

जिले भर में NHM अंतर्गत कार्यरत कर्मियों के सेवा के पश्चात अनुभव बोनस देने का आदेश पत्र NHM के अभियान निदेशक द्वारा जारी हुआ था। उसमे कर्मियों की सेवा जितनी वर्ष कि होगी उसके हिसाब से 5%,10%,15% अनुभव बोनस (experience bonus) दिया जाना स्वीकृत किया गया था।काफी संघर्ष के बाद NHM कर्मियों को अनुभव बोनस का भुगतान किया गया। अनुभव बोनस देने की प्रक्रिया भविष्य में भी चालू रहेगी क्योंकि जिनकी सेवाकाल जितने वर्ष के दायरे में आती जाएगी उनको अनुभव बोनस का लाभ मिलता जाएगा।

अभियान निदेशक द्वारा 2019 में जारी एक पत्र में NHM कर्मियों के अनुभव बोनस को मूल मानदेय में जोड़कर भुगतान करने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य विभाग के जिला पदाधिकारी 2019 से टाल मटोल करते रहे। जिले के पदाधिकारी की मनमानी को देखते हुए संयुक्त कर्मचारी संघ (जिसमे जिले के सभी कर्मचारी संघ शामिल थे) की संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने एक संयुक्त मांग पत्र सौंपा था।जिसमे अनुभव बोनस को मूल मानदेय में जोड़कर भुगतान करने की बात कही गई थी।

सिविल सर्जन द्वारा मांग पत्र के आलोक में 14 जुलाई को एक पत्र जारी कर NHM कर्मियों के अनुभव बोनस को मूल मानदेय में समायोजित कर भुगतान करने का आदेश दिया। इस पत्र की सूचना संयुक्त कर्मचारी संगठन को भी दी गई थी। 15जुलाई को सदर कैम्पस में संयुक्त कर्मचारी संगठन की विस्तारित बैठक में खुद सिविल सर्जन ने इस बात की पुष्टि की और कहा की मांग पत्र के अनुकूल आदेश जारी कर दिया गया है, फंड आते ही मानदेय बढ़ोतरी के साथ भुगतान किया जाएगा।

संयुक्त कर्मचारी संघ के मांग पत्र

अभियान निदेशक का क्या है आदेश

प्राप्त जानकारी के अनुसार अभियान निदेशक जिले के सिविल सर्जन और जिला लेखा प्रबंधक को अनुभव बोनस जोड़ते हुए भुगतान सुनिश्चित करने का आदेश दे चुके है साथ ही ये भी कहा है की दुविधा उत्पन्न होने की स्थिति में मार्गदर्शन की मांग की जाय। इस संबंध में अभियान निदेशक का एक पत्र ज्ञापांक 1059(MD) दिनांक 24जून 2022 निर्गत किया गया है। इस पत्र में अनुभव बोनस को जोड़कर भुगतान के अनुपालन कराने की जिम्मेवारी सीधे तौर पर जिला लेखा प्रबंधक को दी गई है। उल्लेखनीय है की राज्य भर में कई जिले में NHM कर्मियों को अनुभव बोनस जोड़कर मानदेय और बकाया एरियर भी दिया जा चुका है।

क्या है कर्मचारी संगठन की मांग

कर्मचारी संगठन का कहना है की महंगाई अपने चरम पर है ऐसे में अनुबंध कर्मियों को परिवार का भरण पोषण करना वमुश्किल साबित हो रहा है।इसलिए अभियान निदेशक के आदेश अनुरूप अनुभव बोनस को मानदेय में जोड़कर भुगतान किया जाय। साथ ही ये भी कहा यदि पुराने बकाया मानदेय (एरियर) की राशि वर्तमान में उपलब्ध नहीं है तो करेंट माह में दी जाने वाली मानदेय में अनुभव बोनस जोड़कर भुगतान किया जाय और बकाया एरियर के लिए राज्य से फंड की मांग की जाय।

भुगतान कराने के लिए कौन है जिम्मेवार

अभियान निदेशक के आदेश को जिले भर में लागू कराने के लिए सिविल सर्जन, जिला लेखा प्रबंधक, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सीधे तौर पर जिम्मेवार होते हैं। परंतु मामला भुगतान से संबंधित होने पर जिला लेखा प्रबंधक की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। इसलिए 24जून को अभियान निदेशक के बैठक कि कार्यवाही में सीधे तौर पर जिला लेखा प्रबंधक को सीधे तौर पर आदेशित किया गया है।

NHM के अभियान निदेशक द्वारा जिला लेखा प्रबंधक की आदेशित पत्र

सिविल सर्जन के 14 जुलाई के आदेश की गलत व्याख्या कर गुमराह करने का आरोप

सिविल सर्जन के ज्ञापांक 649/DHS दिनांक 14.07.22 के निर्गत आदेश में अनुभव बोनस को मूल मानदेय में समायोजित कर भूगतान का आदेश जारी कर चुके है। NHM कर्मियों ने बताया की जिला लेखा प्रबंधक द्वारा प्रखंड लेखा प्रबंधक को अनुभव बोनस जोड़कर मानदेय भुगतान के लिए मना किया जा रहा है। इसलिए पुराने मानदेय भुगतान की कारवाई की जा रही है।

14 जुलाई को मांग पत्र के अनुरूप सिविल सर्जन द्वारा निर्गत आदेश पत्र

क्यों है कर्मी आक्रोशित

इधर NHM कर्मियों का कहना है की काफी दिनो से कर्मी टाल मटोल की नीति सहन करते आ रहे हैं।अब धैर्य की सीमा समाप्त हो गई। सभी प्रखंडों में सभी NHM कर्मी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को संयुक्त आवेदन देकर कहा है की अनुभव बोनस जोड़कर मानदेय का भुगतान किया जाय और बकाया एरियर की मांग की जाय। यदि पुराने मानदेय पर भुगतान किए जाने की स्थिति में विरोध के स्वर तेज होंगे। जबकि NHM के निदेशक वित्त द्वारा जिलों को फंड उपलब्ध भी करा दिया गया है।

कर्मियों के भुगतान हेतु उपलब्ध राशि ब्यौरा

कर्मी मांग रहे अनुभव बोनस के साथ मानदेय भुगतान, पुनःआदेश निकाला अनुभव बोनस का

विभिन्न प्रखंडों से आई रिपोर्ट के मुताबिक कर्मी बढ़े हुए मानदेय के साथ भुगतान चाह रहे है,इसके लिए आवेदन कर्मी दे चुके हैं। मांग के आलोक में बढ़ते दवाब के कारण सिविल सर्जन के ज्ञापांक 710 /DHS,दिनांक 4.8.22 को एक पत्र जारी कर सिर्फ अनुभव भत्ता अविलंब भुगतान का आदेश जारी किया गया। सिविल सर्जन द्वारा ये आदेश जारी होते ही कर्मचारी का कहना है की हम कर्मियों को गुमराह किया जा रहा है। अनुभव भत्ता भुगतान की मांग हम कर्मियों की है ही नहीं बल्कि अनुभव भत्ता के साथ मानदेय भुगतान की मांग है जिसे हम लेकर रहेंगे।

4 अगस्त को सिविल सर्जन द्वारा निर्गत पत्र

कर्मियों के आंदोलन का रास्ता अपनाने के लिए दोषी कौन

ग्राउंड लेवल पर स्वास्थ्य कर्मी काम करते है,उनके कार्य के आलोक में जिले के पदाधिकारी अपनी वाहवाही बटोरते हैं ऐसे में पदाधिकारी को कर्मियों की सुविधा और उनसे संबंधित आदेश को तत्क्षण लागू कराने की जिम्मेदारी भी उन पदाधिकारी की होती है।परंतु कर्मियों की लगातार अनदेखी करने पर कर्मी आक्रोशित होते है और आंदोलन का मार्ग चुनते हैं। ऐसे में ये आवश्यक है की पदाधिकारी सभी बातो का गहन अध्ययन कर दोषी व्यक्ति पर भी कारवाई होनी चाहिए क्योंकि उच्च पदाधिकारी के आदेश का अनुपालन नहीं कराने वाले जिम्मेवार व्यक्ति भी कटघरे में होते है।

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