झारखंड: राज्य में पारा शिक्षकों के लिए पहली आकलन परीक्षा की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के निर्देश पर झारखंड एकेडमी काउंसिल इस परीक्षा के संबंध में सूचना जारी कर दी है। इसमें शामिल होने के लिए 12 सितंबर से ऑनलाइन फॉर्म भर सकेंगे। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 7 अक्टूबर निर्धारित की गई है। इस परीक्षा से पता चल सकेगा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे पारा शिक्षक कितने दक्ष है। उनमें बच्चों को पढ़ाने की समझ किस स्तर का है। झारखंड एकेडमी काउंसिल ने परीक्षा की तिथि घोषणा नहीं की है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि यह परीक्षा दिसंबर माह में हो सकती है।

परीक्षा पास करने पर दस प्रतिशत मानदेय बढ़ जायेगा

सर्व शिक्षा अभियान के तहत सभी पारा शिक्षक गांव में आम सभा के माध्यम से चयनित किए गए थे। इनकी कोई परीक्षा नहीं हुई थी। एक तरह से पारा शिक्षक पहली बार राज्य स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल होंगे। हालांकि कहीं पारा शिक्षक झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल हो चुके हैं। आकलन परीक्षा में वैसे पारा शिक्षक शामिल होंगे जो शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण नहीं है। यह परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद पारा शिक्षकों के मानदेय में 10% की वृद्धि होगी। बता दें कि पारा शिक्षकों मानदेय में प्रतिशत की वृद्धि की गई। गैर टेट उत्तीर्ण पारा शिक्षकों के मानदेय में 40% की वृद्धि हुई थी

मैट्रिक और इंटर के सवाल पूछे जाएंगे परीक्षा में

पूछे जाएंगे मैट्रिक एवं इंटर स्तर के प्रश्नआकलन परीक्षा में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक कक्षाओं के सहायक अध्यापकों के लिए क्रमश: मैट्रिक तथा इंटरमीडिएट स्तर के वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे। इनमें 70 प्रतिशत प्रश्न सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रम, 20 प्रतिशत प्रश्न शिक्षण कौशल तथा 10 प्रतिशत प्रश्न तार्किक एवं मानसिक योग्यता से संबंधित होंगे।

मिलेंगे चार अवसर, पास नहीं होने पर भी सेवा में बने रहेंगे

पारा शिक्षकों को आकलन परीक्षा उत्तीर्ण होने के लिए अधिकतम चार अवसर मिलेंगे। यदि कोई पारा शिक्षक पहली आकलन परीक्षा में शामिल नहीं होता है तो यह मान लिया जाएगा कि वह इस परीक्षा में शामिल होने के लिए एक अवसर का उपभोग कर लिया है। यदि कोई पारा शिक्षक चार अवसर उपभोग करने के बाद भी यह परीक्षा उत्तीर्ण नहीं करता है तो भी वह सेवा से हटाया नहीं जा सकेगा। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए सामान्य श्रेणी के पारा शिक्षकों को 40 प्रतिशत तथा आरक्षित श्रेणी के पारा शिक्षकों को 35 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा।

चार हजार अप्रशिक्षित शिक्षक परीक्षा से होंगे वंचित

आकलन परीक्षा में अप्रशिक्षित पारा शिक्षक शामिल नहीं होंगे। अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों का मामला झारखंड हाईकोर्ट में चल रहा है। इसमें आदेश आने के बाद ही इन्हें परीक्षा में शामिल करने का निर्णय लिया जाएगा। ऐसे लगभग चार हजार पारा शिक्षक कार्यरत हैं। आकलन परीक्षा में शामिल होने के लिए तीन वर्ष की सेवा भी अनिवार्य है। हालांकि राज्य में सभी पारा शिक्षक इससे अधिक समय तक सेवा दे चुके हैं।

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