झारखंड में ठंड का नया खतरा! तापमान में उतार-चढ़ाव से सेहत पर असर, जानिए क्या करें?

A new threat of cold weather looms in Jharkhand! Fluctuating temperatures are affecting health. What to do?

झारखंड मौसम अपडेट के अनुसार राज्य में इन दिनों मौसम तेजी से बदल रहा है। सुबह और शाम की ठंड जहां लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर रही है, वहीं दिन में तेज धूप गर्माहट का एहसास कराती है। मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक सुबह हल्का कोहरा छा सकता है, जबकि दिन का मौसम शुष्क रहेगा। इसके साथ ही 23 नवंबर से आसमान में बादल छाने की संभावना है, जिससे तापमान में हल्का बदलाव संभव है।

डॉक्टरों का कहना है कि तापमान में यह उतार-चढ़ाव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। सुबह की ठंड और दोपहर की गर्मी इम्यूनिटी पर असर डालती है, जिससे वायरल संक्रमण, सर्दी-खांसी और सांस संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।

राजधानी रांची में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 26.3 डिग्री और न्यूनतम 13.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मेदिनीनगर में अधिकतम 28.8 और न्यूनतम 12.5 डिग्री रहा। राज्य में न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे बढ़ रहा है, लेकिन गुमला में सबसे कम 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चाईबासा में सबसे अधिक तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रहा।

किसानों के लिए मौसम से जुड़े महत्वपूर्ण निर्देश भी जारी किए गए हैं। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि धान की तैयार फसल की तुरंत कटाई शुरू कर दो से तीन दिन तक खेत में सुखाएं। उसके बाद ही थ्रेसिंग और भंडारण करें। जहां खरीफ फसल कट चुकी है, वहां गेहूं की बुवाई के लिए खेतों की तैयारी शुरू करें।

गोभी की रोपाई वाले खेतों में तीन सप्ताह के अंकुरण के दौरान निकाई-गुड़ाई करें और प्रति एकड़ 55 किलो यूरिया डालें। इसी तरह, न्यूनतम तापमान में गिरावट और कोहरे के कारण टमाटर की फसल में लेट ब्लाइट का खतरा बढ़ रहा है, जिस पर किसानों को नजर रखने की सलाह दी गई है।

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