ना सड़कें, ना शोर-शराबा… नावों से चलता है पूरा गांव! जानिए अनोखे गांव के बारे में

नीदरलैंड / गिथॉर्न: क्या आपने कभी सोचा है कि कोई गांव ऐसा भी हो सकता है जहां न तो कोई सड़क हो, न कार, न बाइक और न ही कोई ट्रैफिक का शोर? सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन नीदरलैंड का गिथॉर्न (Giethoorn) गांव ऐसा ही है। इस गांव में सड़कें नहीं हैं, बल्कि लोग नावों से सफर करते हैं।
यहां कार नहीं, नाव है परिवहन का साधन
गिथॉर्न की पहचान उसके शांत वातावरण और जलमार्गों से होती है। इस गांव में घरों के बीच कोई पक्की सड़क नहीं है। परिवहन के लिए सिर्फ नहरें हैं और लोग नावों से एक जगह से दूसरी जगह आते-जाते हैं। यहां की नावों में बिजली से चलने वाली मोटर लगी होती है ताकि कोई शोर भी न हो।
3000 लोगों का बसेरा, 180 से ज्यादा पुल
गांव में लगभग 3,000 लोग रहते हैं, और उनके आने-जाने के लिए 180 से ज्यादा लकड़ी के पुल बनाए गए हैं। ये पुल नहरों को पार करने में मदद करते हैं। हर घर का अपना नाम होता है, जिससे लोग नावों के जरिए अपने गंतव्य तक पहुंच पाते हैं।
न शोर, न ट्रैफिक – एकदम सुकूनदायक वातावरण
गांव में गाड़ियों के अभाव के चलते हॉर्न, ट्रैफिक और धुएं की कोई समस्या नहीं है। यही वजह है कि गिथॉर्न को ‘डच वेनिस’ (Dutch Venice) भी कहा जाता है। गांव की शांति और स्वच्छता पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
गांव की ऐतिहासिक शुरुआत
गिथॉर्न की स्थापना 1230 ईस्वी में हुई थी। पहले इसका नाम ‘गैटेनहॉर्न’ (Geytenhorn) था, जिसका अर्थ है “बकरी के सींग”, जो यहां खुदाई के दौरान पाए गए थे। बाद में इसका नाम बदलकर गिथॉर्न कर दिया गया।
पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र
गिथॉर्न आज दुनिया भर से पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है। प्राकृतिक सुंदरता, जलवायु, शांत परिवेश और अनोखी जीवनशैली इस गांव को एक स्वप्नलोक जैसा बना देते हैं।