झारखंड : सीयूजे करने जा रहा दक्षिण कोरिया के विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू, कुलपति भारत के बढ़ते कद पर देंगे विशेष व्याख्यान

Jharkhand: CUJ is going to sign MoU with universities of South Korea, Vice Chancellor will give a special lecture on the growing stature of India

सीयूजे के कुलपति, प्रो. क्षिति भूषण दास दक्षिण कोरिया और जापान के आधिकारिक दौरे पर 09 मई 2025 से 20 मई 2025 तक जा रहे हैं. इस दौरे के दौरान कोरिया में हांकुक विश्वविद्यालय और बुसान विश्वविद्यालय के साथ पहले किए गए एमओयू को फिर से आगे बढ़ाया जाएगा। साथ ही तीन नए विश्वविद्यालयों के साथ नए एमओयू करने के लिए अधिकारियों के साथ मुलाकात होगी.

कुलपति ने क्या कहा

कुलपति ने कहा कि यह विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के लिए किया गया सार्थक प्रयास है. इन एमओयू से विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय मानक की शिक्षा के अनुसार कार्यक्रम बनाया जाएगा. साथ ही दक्षिण कोरिया के विश्वविद्यालयों और सीयूजे के बीच विद्यार्थियों और शिक्षकों का आदान- प्रदान होगा.इसके साथ ही सारे अकादमिक संस्थानों के साथ पारस्परिक सहयोग और साझा अकादमिक कार्यकम आयोजित करने पर बातचीत की जाएगी.

जापान में देंगे विशेष व्याख्यान

इस दौरे के दौरान प्रो. दास, दक्षिण कोरिया और जापान में विशेष व्याख्यान भी देंगे.दक्षिण कोरिया के हांकुक विश्वविद्यालय (Hankuk University of Foreign Studies) में 13 मई को “नीड ऑफ फोस्टरिंग इंडियन एक्सपर्ट्स इन कोरिया” (Need of Fostering Indian Experts in Korea), विषय पर विशेष व्याख्यान देंगे.इस दौरान वे हिंदी भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र भी देंगे. इसके साथ ही वे हांकुक विश्वविद्यालय के साथ अगले पांच साल (2025 से 2030) के लिए एमओयू को बढ़ाने पर हस्ताक्षर भी करेंगे. इस एमओयू के तहत और बेहतर अकादमिक सहयोग दोनों विश्वविद्यालय के बीच किया जाएगा. इसके साथ ही सैमसंग ग्लोबल एक्सपर्ट्स हिंदी लैंग्वेज एंड इंडियन कल्चर ट्रेनिंग प्रोग्राम को और आगे बढ़ाने के लिए   सहयोग पर हस्ताक्षर होगा. इस कार्यक्रम के तहत कोरिया   के विद्यार्थी और सैमसंग के अधिकारी, सीयूजे में हिंदी भाषा और भारतीय संस्कृति को सीखेंगे.

कुलपति अपने जापान दौरे के दौरान भी 19 May 2025 को एक विशेष व्याख्यान देंगे. वे रितसुमेकन एशिया पेसिफिक यूनिवर्सिटी (Ritsumeikan Asia Pacific University) के आमंत्रण पर ” आर्टिकुलेशन ऑफ रीसरजेन्ट इंडिया एंड ईमरजेंस एस ए ग्लोबल इनफ्लुएंसर: कंट्रीब्यूशन ऑफ जापान”(Articulation of Resurgent India and Emergence as a Global Influencer: Contribution of Japan) विषय पर अपने विचार रखेंगे. यह विशेष व्याख्यान, प्रतिष्ठित आरसीपीएस सेमिनार के अंतर्गत आयोजित हो रहा है.

कुलपति अपने 12 दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत बुसान विश्वविद्यालय में भी विशेष व्याख्यान देंगे. साथ ही दक्षिण कोरिया के क्वाग्वोन विश्वविद्यालय (Kwangwoon University),  कौनकुक विश्वविद्यालय (Konkuk University) और डोंगुक विश्वविद्यालय (Donguk University) के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे ताकि नए एमओयू पर हस्ताक्षर किए जा सकें. इन एमओयू के तहत स्टूडेंट एक्सचेंज, अकादमिक सहयोग और साझा कार्यक्रम जैसे कि सेमिनार, कांफ्रेंस, कार्यशाला के आयोजन संबंधित दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर होंगे.

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