“मां मैं जीना चाहता हूं लेकिन”….BLO की दर्दनाक आत्महत्या का आखिरी वीडियो वायरल….
आर्थिक तंगी और काम के दबाव से परेशान BLO ने फांसी लगाई, अंतिम वीडियो में भावुक अपील—"मेरे बच्चों का ख्याल रखना"

मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश में SIR प्रक्रिया के बीच मुरादाबाद से एक बेहद दुखद खबर आई है। सर्वेश सिंह, जो कम्पोजिट विद्यालय जाहीदपुर, सीकमपुर ग्राम पंचायत, भगतपुर ब्लॉक में BLO के रूप में कार्यरत थे, ने 29 नवंबर की रात आत्महत्या कर ली।
सर्वेश बूथ संख्या 406 का काम देख रहे थे। उनके अचानक निधन से परिवार में कोहराम मच गया। परिवार ने आरोप लगाया कि सर्वेश को बिना प्रशिक्षण के BLO की ड्यूटी लगाई गई थी, जिससे मानसिक दबाव बढ़ गया।
“मां मैं जीना चाहता हूं लेकिन”….BLO की दर्दनाक आत्महत्या का आखिरी वीडियो वायरल….
अंतिम वीडियो और सुसाइड नोट
सर्वेश का एक भावुक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में वह रोते हुए अपने परिवार से माफी मांगते हुए कहते हैं:
“मेरे बच्चों का ख्याल रखना दीदी, मम्मी… मैं ऐसा नहीं करना चाहता था। पता नहीं क्या होगा। इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। मेरी चार छोटी-छोटी लड़कियां हैं, मैं कहां से पूरा करूं? दीदी मुझे माफ कर देना, मम्मी मुझे माफ कर देना।”
🔴 BREAKING NEWS 🔴
'मां, मैं जीना चाहता हूं, लेकिन…'
यूपी के मुरादाबाद में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। SIR वर्क प्रेशर से तंग आकर जान देने वाले BLO सर्वेश सिंह का आखिरी वीडियो वायरल हो गया है। वीडियो में सर्वेश सिंह फूट-फूटकर रोते हुए अपनी मां से कहते नजर आ रहे हैं—… pic.twitter.com/KbMOhmVeq1— PRIYA RANA (@priyarana3101) December 1, 2025
सर्वेश ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि “मैं जीना तो चाहता हूं, लेकिन अब और प्रेशर नहीं ले पा रहा। घुटन और डर महसूस हो रहा है।” उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी से अपील की कि उनकी चार बेटियों का ध्यान रखा जाए और जो भी पैसा था, वह उनकी पत्नी को दिया जाए।
बिना ट्रेनिंग के काम का दबाव
मृतक की पत्नी बबली ने बताया कि सर्वेश को कोई ट्रेनिंग नहीं दी गई थी, इसलिए वे अपने काम को सही ढंग से नहीं कर पा रहे थे। कई फॉर्म खो गए थे और उन पर लगातार काम का दबाव बनाया जा रहा था।
“मां मैं जीना चाहता हूं लेकिन”….BLO की दर्दनाक आत्महत्या का आखिरी वीडियो वायरल….
जिला अधिकारी अनुज सिंह ने कहा कि सर्वेश ने 65% कार्य पूरा कर लिया था। अभी तक किसी BLO को नोटिस नहीं दिया गया था, इसलिए यह जांच का विषय है कि उन पर दबाव कैसे बढ़ा और उन्होंने आत्महत्या क्यों की। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच जारी है।
यह घटना न केवल सरकारी कर्मचारियों पर बढ़ते दबाव की चिंता को उजागर करती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और कार्यस्थल पर उचित प्रशिक्षण की आवश्यकता पर भी सवाल खड़ा करती है।









