2 लाख से ज्यादा भारतीयों ने छोड़ी देश की नागरिकता! सरकार के आंकड़ों ने खोली आंखें, जानें 6 साल का पूरा ब्योरा

नई दिल्ली।
हर साल लाखों भारतीय नागरिक विदेशों में बसने के लिए भारतीय नागरिकता छोड़ रहे हैं। केंद्र सरकार ने संसद में पेश किए गए आंकड़ों में बताया कि सिर्फ साल 2024 में ही 2 लाख से ज्यादा लोग भारत की नागरिकता छोड़ चुके हैं। पिछले छह वर्षों में नागरिकता छोड़ने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है, जो देश के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है।

साल-दर-साल बढ़ती संख्या

राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने बताया:

  • 2024: 2,06,000 लोगों ने छोड़ी भारतीय नागरिकता

  • 2023: 2,16,219 लोगों ने छोड़ी

  • 2022: 2,25,620 लोगों ने छोड़ी

  • 2021: 1,63,370 लोगों ने छोड़ी

  • 2020: 85,256 लोगों ने छोड़ी

  • 2019: 1,44,017 लोगों ने छोड़ी

यह आंकड़े यह संकेत करते हैं कि 2020 के कोविड काल के बाद नागरिकता छोड़ने की रफ्तार तेज हो गई है और लगातार 3 वर्षों से यह संख्या 2 लाख के पार बनी हुई है।

क्यों छोड़ रहे हैं लोग भारत की नागरिकता?

विशेषज्ञों का मानना है कि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं:

  • बेहतर शिक्षा और करियर के अवसर

  • स्थायी निवास (PR) या नागरिकता पाने की चाह

  • वैश्विक लाइफस्टाइल और सुविधाएं

  • विदेशी निवेश या व्यापारिक संभावनाएं

2024 में थोड़ी राहत, लेकिन तस्वीर गंभीर

हालांकि साल 2024 में 2023 के मुकाबले थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन 2 लाख से ज्यादा नागरिकता छोड़ने वाले आंकड़े देश के भविष्य के लिए सोचने पर मजबूर कर रहे हैं।

Related Articles