100 करोड़ का मनरेगा घोटाला: ईडी ने राज्य सरकार से मांगी रिपोर्ट, कई अफसर-कर्मचारी निशाने पर

रांची । झारखंड में ईडी की कार्रवाई एक बार फिर से जोर पकड़ी है। झारखंड में ईडी ने मनरेगा में 100 करोड़ से भी अधिक घोटाले पर रिपोर्ट मांगी है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि मनरेगा में सामग्री की खरीदारी में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है। इसे लेकर कई माध्यमों से ईडी को शिकायत मिली थी। इसके बाद ईडी ने झारखंड ग्रामीण विकास सचिव को पत्र लिखकर 100 करोड़ स्कैम पर पूरी जानकारी मांगी है। इससे ग्रामीण विकास विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

ईडी के सहायक निदेशक इंटेलिजेंस विनोद कुमार के हस्ताक्षर से लिखे गए पत्र में झारखंड में 100 करोड़ से अधिक की स्कीम के मामले में अब तक की गई FIR, चार्ज सीट, करवाई इत्यादि पर रिपोर्ट देने को कहा गया है। ईडी ने यह भी कहा है कि इस मैटर पर कोई और व्यक्ति जिनकी भूमिका बड़ी है उनके बारे में पूरी जानकारी दी जाए। ताकि पीएमएलए 2022 के अनुसार उसके ऊपर करवाई शुरू की जा सके। पूरे मामले पर ईडी के संयुक्त निदेशक की सहमति से ग्रामीण विकास विभाग से रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में राज्य स्तर और जिला प्रखंड स्तर पर कई अवसर कर्मचारी व सप्लायर अधिकारी निशाने पर हैं।

मांडर- राहे , हेरहंज सहित काई प्रखंड में भारी गड़बड़ी

मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर विगत सालों में सामग्री खरीद पर गड़बड़ी की बात सामने आ रही है। रांची जिले के मांडर- राहे प्रखंड व लातेहार के हेरहंज ब्लॉक इसमें सबसे अव्वल है। इसके अलावा पूरे राज्य में मनरेगा योजना के क्रियान्वयन के लिए ईट, पशु शेड, स्टोन सहित विभिन्न तरह की सामग्री खरीद में गड़बड़ी की आशंका है।

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