सुकमा । नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी के पोलित ब्यूरो सदस्य कटकम सुदर्शन की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय ने प्रेस नोट जारी कर दी ये जानकारी दी।
सुदर्शन के खिलाफ कुल 17 आपराधिक मामले थे. सुदर्शन ने दो साल पहले दंतेवाड़ा में CRPF जवानों पर भी हमला किया था, जिसमें सीआरपीएफ के 70 जवान शहीद हुए थे. सुदर्शन ने ही पिछले महीने की 28 तारीख को छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं पर हमले की साजिश रची थी. याना पिछले तीन दशकों से उत्तरी तेलंगाना से छत्तीसगढ़ के दंडकारण्य के आदिवासी इलाकों में माओवादी आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है. उसकी पत्नी साधना की कुछ साल पहले एक मुठभेड़ में मौत हो गई थी. मंचिरयाला जिले के कटकम सुदर्शन 1980 में कोंडापल्ली सीतारमैया के नेतृत्व वाले पीपुल्स वार ग्रुप में शामिल हुए. पीपुल्स वार में शामिल होने से पहले उन्होंने सुदर्शन वारंगल पॉलिटेक्निक, कटकम में अध्ययन किया. अखंड आंध्र प्रदेश राज्य सहित छत्तीसगढ़ के दंडकारण्यम के आदिवासी इलाके में माओवादी आंदोलन के विस्तार में आनंद की भूमिका अहम थी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार 31 मई को माओवादियों के गोरिल्ला ज़ोन में आनंद उर्फ़ कटकम सुदर्शन की मौत हो गई। माओवादियों ने आनंद की मौत पर देश भर में 5 जून से 3 अगस्त तक संस्मरण सभाएँ करने का आह्वान किया। केंद्रीय कमिटी के प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी दी।
आपको बता दे की काफी लंबे समय से आनंद केंद्रीय कमिटी की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इनपर कई सरकार विरोधी गतिविधि पर शामिल होने का आरोप था। कई बार इन्हे घेरने की कोशिश की गई जो सफल नहीं हो पाई थी। इनके गतिविधि के कारण सरकार द्वारा इनपर 80 लाख का इनाम घोषित कर रखा था।