“सावधान! मंईयां योजना की नई लिस्ट में बड़ा फेरबदल, 1.34 लाख नाम हटाए गए; अभी चेक करें अपना स्टेटस
"Caution! Major reshuffle in the new list of Mainiyan Yojana, 1.34 lakh names removed; check your status now

मंईयां सम्मान योजना को लेकर एक बड़ा और चौंकाने वाला सच सामने आया है. योजना में पिछले 11 महीनों से नई महिलाओं की एंट्री पूरी तरह बंद है, लेकिन बाहर निकलने का रास्ता लगातार खुला हुआ है. यानी कि हर महिने लाभुकों के नाम योजना के लिस्ट से काटे जा रहे हैं. हालात ऐसे हैं कि जैसे ही किसी लाभुक महिला की उम्र 50 साल पूरी होती है, उसका नाम अपने आप पोर्टल से हटा दिया जाता है. दूसरी ओर, 18 साल की उम्र पूरी करने वाली नई पात्र महिलाएं योजना में जुड़ ही नहीं पा रही हैं.
हर महीने हजारों नाम हो रहे हैं बाहर
आंकड़ों के मुताबिक, हर महीने कम से कम 8 हजार और अधिकतम 20 हजार महिलाओं के नाम योजना से कट रहे हैं. सिर्फ उम्र सीमा पूरी होने की वजह से बीते 11 महीनों में 1 लाख 33 हजार 776 महिलाओं का नाम पोर्टल से हट चुका है. वहीं, राज्यभर में अब भी करीब ढाई लाख नए आवेदन लंबित पड़े हैं, जिन्हें पोर्टल पर जोड़ा ही नहीं जा रहा.
पोर्टल खराब या नई एंट्री पर अघोषित रोक?
अधिकारी यह कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं कि पोर्टल में तकनीकी दिक्कत है. लेकिन जानकारों का कहना है कि नए लाभुकों को जोड़ने पर अघोषित रोक लगा दी गई है. नियम साफ है कि 18 से 50 वर्ष की महिलाएं योजना की पात्र हैं, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि फिलहाल सिर्फ बाहर होने का रास्ता ही खुला है.
अब तक कट चुके हैं 5.63 लाख से ज्यादा नाम
मुख्यमंत्री ने 6 जनवरी 2025 को मंईयां सम्मान योजना की बढ़ी हुई राशि जारी की थी. उस दिन 56 लाख 61 हजार 791 लाभुकों के खातों में 2500 रुपये की राशि भेजी गई थी. कुल ट्रांसफर राशि थी 1415 करोड़ 44 लाख रुपये. इसके बाद विभिन्न कारणों से अब तक 5 लाख 63 हजार 791 लाभुकों के नाम योजना से हट चुके हैं.
मंईयां सम्मान योजना में अब तक क्या-क्या बदला
- अगस्त 2024 में झारखंड में शुरू हुई मंईयां सम्मान योजना
- शुरुआत में हर लाभुक को 1000 रुपये प्रतिमाह की सहायता
- विधानसभा चुनाव से पहले राशि बढ़ाकर 2500 रुपये करने की घोषणा
- 6 जनवरी 2025 को पहली बार बढ़ी हुई राशि जारी
- 56.61 लाख लाभुकों को 1455 करोड़ 44 लाख रुपये ट्रांसफर
- सत्यापन में गलत और फर्जी पाए गए 4.30 लाख लाभुकों हटाए गए
- 50 साल की उम्र पूरी होने पर 1.34 लाख महिलाओं के नाम कटे
- अक्टूबर में 51.04 लाख, नवंबर में 50.98 लाख लाभुकों को राशि मिली
- दिसंबर में लाभुकों की संख्या और घटने का अनुमान



















