मंईयां सम्मान योजना: 18 नवंबर से शुरू होंगे आवेदन, जानिए कैसे उठाएं लाभ और जरूरी दस्तावेज”

Mainiyan Samman Yojana: Applications will start from November 18, know how to avail the benefits and the required documents.

मईयां सम्मान योजना के लाभुकों के लिए बड़ी खबर है. मंईयां योजना से और लाभुकों को जोड़ने के लिए विभाग की ओर से सभी जिलों में कैंप लगाने की तैयारी है. कैंप में ही महिलाओं से आवेदन लिए जाएंगे. 18 नवंबर से मंईयां योजना से नए लाभुकों को जोड़ने के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी. जिन महिलाओं की उम्र 18 या उससे ज्यादा हो चुकी है और वे किसी कारण से अब तक आवेदन नहीं कर पाई हैं तो उनके लिए लिए यह एक सुनहरा मौका है.

18 साल से अधिक उम्र की महिलाओं से आवेदन लेने के लिए प्रत्येक जिले में पंचायतों पर शिविर का आयोजन किया जायेगा. मंईयां सम्मान योजना के लिए हेमंत सरकार ने लाभुकों के लिए कुछ नियम और शर्तें लागू की हैं, उन्हें भी समझना जरूरी है.

18 नवंबर से शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया

दरअसल, 18 नवंबर से आपकी योजना आपकी सरकार,आपके द्वार कार्यक्रम शुरू होने जा रहा है. इसी दौरान मईयां योजना के नए आवेदन भी लिए जाएंगे. ऐसे में जिन महिलाओं को अब तक मईयां योजना का लाभ नहीं मिला है वैसी महिलाएं इस कैंप में जाकर अपना आवेदन जमा कर सकती है. महिलाओं को पहले विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन पत्र डाउनलोड करना है. फॉर्म को डाउनलोड और प्रिंट कराने के बाद उसे भरकर अपने आवश्यक दस्तावेजों को तैयार रखना है. इसके बाद महिलायें आधिकारिक वेबसाइट से आवेदन कर सकती हैं. महिलायें अपने नजदीकी ब्लॉक कार्यालय में भी जाकर आप इस फॉर्म को भर सकती हैं.

झारखण्ड सरकार ने इस योजना के लिए आधिकारिक वेबसाइट www.jharkhand.gov.in पर लॉन्च कर दिया है. इस वेबसाइट पर जाकर महिलाएं आसानी से online आवेदन कर सकती हैं.

योजना से संबंधित pdf डाउनलोड कर सकती हैं. महिलाओं को आवेदन के साथ अपना आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता या पासबुक की फोटो कॉपी, पासपोर्ट साइज फोटो, मोबाइल नंबर, हस्ताक्षर और ईमेल आईडी भी अपलोड करना होगा.

गौरतलब है कि हेमंत सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में अगस्त 2024 में मंईयां योजना लॉन्च की थी. इससे पहले चंपाई सोरेन के मुख्यमंत्री रहते यही योजना माई-कुई योजना के नाम से लॉन्च होने वाली थी. खैर! मंईयां सम्मान योजना के तहत सरकार ने 18 वर्ष से 49 वर्ष की आयुवर्ग की महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपया देना तय किया.

चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने महिलाओं को गोगो दीदी योजना के तहत प्रतिमाह 2100 रुपये देने का वादा किया और उनसे फॉर्म भी लिया गया. इसके जवाब में हेमंत सरकार ने मंईयां सम्मान योजना की राशि को बढ़ाकर 2500 रुपये करने का वादा किया.

मंईयां योजना पर हेमंत सरकार का बड़ा दावा

सियासी जानकार भी यह मानते हैं कि झारखंड की सत्ता पर महागठबंधन की वापसी में मंईयां सम्मान योजना ने निर्णायक भूमिका अदा की. चुनाव से पूर्व करीब 60 लाख महिलायें मंईयां सम्मान योजना की लाभुक थीं. चुनाव बाद दिसंबर महीने से महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपये की राशि सीधे उनके बैंक खाते में भेजी गयी. अब भी करीब 55 लाख महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना के तहत प्रतिमाह 2500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है.

मुख्यमंत्री का मानना है कि यह महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है. महिलायें इस राशि से कुटीर उद्योग शुरू कर पा रही हैं.

गौरतलब है कि महिलाओं को उनके बैंक खाते में सीधे नकद राशि देने की इस योजना ने चुनावों में निर्णायक भूमिका अदा की है. मध्य प्रदेश में सबसे पहले लाडली बहना के नाम से यह योजना शुरू हुई थी. बाद में महाराष्ट्र में चुनाव से पहले तात्कालीन एकनाथ शिंदे ने माझी लाडकी बहना योजना लॉन्च की थी. छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को नकद राशि दी जाती है तो वहीं ओडिशा में इसे सुभद्रा योजना के नाम से संचालित किया जा रहा है.

हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार ने हाल ही में लाडो लक्ष्मी योजना के नाम से इसे लॉन्च किया है जिसके तहत महिलाओं को 2100 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे. बिहार में भी महागठबंधन ने माई बहिन मान योजना के तहत सरकार बनने पर प्रतिमाह 2500 रुपये देने का वादा किया है. बिहार में करीब 3 करोड़ महिला मतदाता हैं.

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