प्यार करना तेजू भैया को पड़ा महंगा: पापा लालू यादव ने तेजप्रताप को किया पार्टी और परिवार से बाहर, संबंध रखने वालों को भी चेताया, कहा…

Love cost Teju Bhaiya dearly: Papa Lalu Yadav expelled Tej Pratap from the party and family, also warned those who had relations with him, said...

Lalu Yadav Vs Tejpratap Yadav: सोशल मीडिया में प्यार का खुल्लम खुल्ला इजहार करने वाले तेजप्रताप यादव को पार्टी से बाहर कर दिया गया है। राजद प्रमुख लालू यादव ने अपने बेटे को ना सिर्फ पार्टी बल्कि परिवार से भी अलग कर दिया है। तेज प्रताप यादव ने कल ही इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर किया था, जिसमें वो एक लड़की के साथ नजर आ रहे हैं। तेज प्रताप यादव ने कहा है कि वो उनकी गर्लफ्रेंड हैं और उसके साथ 12 साल से रिलेशन में हैं।

 

सोशल मीडिया पर हुए इस पोस्ट को लेकर तीखी प्रतिक्रिया आ रही थी। कई लोग ये सवाल उठा रहे थे कि 12 साल से अगर तेज प्रताप रिलेशन में थे, तो फिर पहली शादी क्यों की थी। दूसरी लड़की के साथ रिलेशन में रहते हुए एश्वर्या राय से शादी करने कोलेकर सवाल खड़े हो रहे थे। आपको बता दें कि तेजप्रताप यादव ने एश्वर्या राय से शादी की थी, बाद में दोनों अलग हो गये। एश्वर्या के साथ उनके तलाक का प्रकरण अभी भी कोर्ट में है।

 

इस बीच शनिवार को नाटकीय तौर पर तेज प्रताप ने मालदीप से इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट कर दिया था। जिसमें उन्होंने अनुष्का यादव को अपनी गर्लफ्रेंड बताते हुए 12 साल के अपने रिलेशन को स्वीकार किया था। हालांकि बाद में पोस्ट को डिलीट कर दिया गया था। तेज प्रताप ने कहा था कि उनका अकाउंट हैक कर लिया गया था। लेकिन राजद प्रमुख लालू यादव अपने बड़े बेटे के कृत्य से काफी नाराज दिख रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा है कि ..

 

लालू यादव का सोशल मीडिया पोस्ट

निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमज़ोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूँ। अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है। अपने निजी जीवन का भला -बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है। उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे वो स्वविवेक से निर्णय लें। लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूँ। परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सावर्जनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है। धन्यवाद।

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