बरेली। प्यार न तो जाति देखती है, न धर्म, न ऊंच, न नीच… बस प्यार तो दो भावनाओं का ऐसा मेल है जिसमें एक विचार धारा के साथ जिंदगी गुजारने का निर्णय लेते है। तभी तो कोई धर्म का बंधन नहीं रह जाता। इसकी मान्यता बालिग युवक और युवती को कानून भी देता है। ऐसा ही एक वाकया बरेली जिले का है जहां हिंदू धर्म अपनाकर फराह अंसारी से जानकी बनकर युवती ने भुता थाने के मंदिर में इंजीनियर राम के सात जन्म तक साथ रहने का फैसला सुना कर शादी कर ली।

ऐसी है प्रेम कहानी

दोनों की पहली मुलाकात निजी स्कूल में हुई थी। दोस्ती के बाद दोनों में प्रेम हो गया। जानकी (फराह ) के बालिग होने में पांच साल कम थे तो राम ने इंतजार किया और 30 दिसंबर को दोनों वैवाहिक जीवन में प्रवेश किए। भुता कस्बे के राम बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद कोचिंग चला रहे थे। उनके पड़ोस की फराह अंसारी से प्रेम संबंध हो गए। उनके प्रेम संबंधों की जानकारी परिवार वालों को हुई। इसके बाद परिवार वालों ने फराह अंसारी के बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी। शनिवार को इंजीनियर राम अपनी प्रेमिका फराह अंसारी के साथ भुता थाने पहुंचे।

थाने में कराई शादी

फराह अंसारी ने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने का फैसला सुनाते हुए इंजीनियर राम से शादी करने की सहमति दी। पूजन के बार फराह अंसारी का नाम जानकी रखा गया । भुता इंस्पेक्टर राजेश मिश्रा की मौजूदगी में ब्राह्मणों के मंत्रोच्चारण के बीच थाने अयोध्या धाम मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से इंजीनियर राम के साथ जानकी ने साथ फेरे लिए। शादी समारोह के दौरान मौजूद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भुता प्रचारक सर्वेद्र, खंड कार्यवाह परमात्मा स्वरुप सहित तमाम लोगों ने प्रेमी युगल को आशीर्वाद दिया। इंजीनियर राम के पिता मदनलाल पुलिस विभाग में फॉलोअर है। वहीं राम से प्रेम संबंध के कारण घरवालों ने जानकी (फराह) की पढ़ाई दसवीं के बाद बंद करा दी। इंजीनियर राम पिछले वर्ष भाजपा की टिकट से वार्ड 54 से जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव लड़ा था।

इस वजह से छोड़ा मुस्लिम धर्म

लाल जोड़े में इंजीनियर राम के साथ सात फेरे लेने के बाद जानकी ने बताया कि मुस्लिम धर्म में तीन तलाक एवं हलाला जैसी तमाम कुरीतियों से वह आहत थी। पड़ोस के परिवारों में कुरीतियों की वजह से महिलाओं की हो रही दुर्दशा को देखकर कई साल पहले उसने हिंदू धर्म अपनाने का फैसला ले लिया था।

प्रेमी युगल ने पुलिस से की सुरक्षा की मांग

भुता थाने के अयोध्या धाम मंदिर में शादी समारोह के दौरान दोनों के परिजन नहीं पहुंचे। प्रेमी युगल ने पुलिस को तहरीर देकर परिवारों से सुरक्षा की मांग की। उन्होंने बताया कि दोनों के परिवार वाले उनके जान के दुश्मन बने हुए हैं। ऐसी परिस्थितियों में उन्हें सुरक्षा की जरूरत है, अन्यथा कभी भी अनहोनी हो सकती है।

लड़की के परिवार वालों ने मारपीट की

प्रेम प्रसंग की भनक लगते ही घरवालों ने फना की शादी करने की सोची। पूरनपुर से आए रिश्ते में शादी के लिए हां कर दी। फना इस रिश्ते का विरोध कर रही थी। उसे लड़का पसंद नहीं था। तीन दिन पहले मां, मामा ने फराह को कमरे में बंद कर पीटा और गला दबाया। जानकारी पर राम पहुंचा और मारपीट का विरोध किया।

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