झारखंड में दिवाली के दिन हल्की बारिश, छठ पर मौसम का असर, देखें पूरी रिपोर्ट

Light rain on Diwali day in Jharkhand, weather impact on Chhath, see full report

Ranchi: दिवाली के दिन झारखंड का मौसम कुछ बदला हुआ रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के अधिकांश हिस्सों में दिनभर आंशिक बादल छाए रहेंगे, हालांकि बारिश की संभावना बेहद कम है। वहीं, वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के बढ़ते स्तर के कारण कई जिलों में प्रदूषण का असर महसूस होने लगा है।

राजधानी रांची समेत जमशेदपुर, धनबाद और बोकारो में हल्की ठंड के बीच मौसम शुष्क बना हुआ है। पिछले 24 घंटे में झारखंड में बारिश नहीं हुई है। इस दौरान सबसे अधिक तापमान 34.4°C पाकुड़ में और न्यूनतम तापमान 16.9°C गुमला में दर्ज किया गया।

दिवाली पर छाए रहेंगे बादल :

मौसम विभाग का कहना है कि दिवाली (20 अक्टूबर) को राजधानी रांची में दिनभर बादल बने रहेंगे और दोपहर बाद हल्की ठंडी हवाएं चल सकती हैं। वहीं, सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी व पूर्वी सिंहभूम जिलों में दोपहर के समय हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।

अगले कुछ दिनों का पूर्वानुमानः

  • 20 अक्टूबर (दिवाली): दिनभर आंशिक बादल रहेंगे, कुछ दक्षिणी जिलों में हल्की बारिश की संभावना।
  • 22–23 अक्टूबर: पूरे राज्य में बादल छाए रहेंगे, लेकिन बारिश की संभावना बहुत कम।
  • 24 अक्टूबर से: दक्षिणी झारखंड के हिस्सों में तेज बारिश की संभावना बन रही है, जिससे छठ पर्व के दौरान मौसम प्रभावित हो सकता है।

बारिश की संभावित वजहः

  • बंगाल की खाड़ी और अंडमान क्षेत्र के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) बन गया है।
  • इसके प्रभाव से 21 अक्टूबर से बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया (Low Pressure Area) बनने की संभावना है
  • अगले 48 घंटों में यह लो प्रेशर और गहराकर डिप्रेशन का रूप ले सकता है। डिप्रेशन समुद्री तूफान का एक कमजोर रूप होता है, जिसके कारण गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश हो सकती है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि यह सिस्टम मजबूत होता है, तो इसका असर दक्षिणी और मध्य झारखंड के जिलों पर सबसे ज्यादा देखने को मिलेगा।

तापमान में संभावित बदलाव:

आंशिक बादल छाने की वजह से झारखंड में तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी देखी जा सकती है।
20 से 25 अक्टूबर के बीच अधिकतम तापमान 33–34°C और न्यूनतम तापमान 24°C तक पहुंचने की संभावना है।मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बढ़ोतरी मॉसमी बादलों के कारण बनने वाली गर्मी और नमी के प्रभाव से होगी।

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