मीटिंग में हंसना अफसर को पड़ा भारी, ADM ने जारी किया नोटिस, पूछा, क्यों हंसे? कर दें कार्रवाई…जानें क्या है सरकारी नियम…पढ़े नोटिस

Laughing in the meeting cost the officer dearly, ADM issued notice, asked why he laughed? Take action...know what are the government rules...read the notice

ADM Action: मीटिंग में हंसना अधिकारी को महंगा पड़ गया। एडीएम ने अधिकारी को नोटिस जारी कर पूछा है? मीटिंग में हंसने पर क्यों ना आपके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये। इस मामले में कार्रवाई के बाद अधिकारी-कर्मचारियों में हड़कंप है। दरअसल ये अपने आप में देश का अनूठा मामला है, जहां हंसने पर किसी अधिकारी पर कार्रवाई हुई है। बकायदा नोटिस में भी यही उल्लेख है कि आप मीटिंग में हंस रहे थे।

 

ये पूरा मामला मध्यप्रदेश के छतरपुर का। मीटिंग के दौरान हंसने के लिए अपर कलेक्टहर ने अनुशासनहीनता मानते हुए उसे नोटिस जारी कर दिया। छतरपुर कलेक्ट्रेट के जिला पंचायत सभागार में जनसुनवाई चल रही थी। इसी बीच ई-गवर्नेंस के सहायक प्रबंधक के.के. तिवारी को किसी बात पर हंसी आ गई, जिसको लेकर बवाल मच गया। सहायक प्रबंधक की हंसी को अनुशासनहीनता की श्रेणी में मानते हुए अपर कलेक्टबर ने उन्हेंध नोटिस जारी कर दिया।

 

अब अधिकारी को जारी नोटिस की प्रति सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है और यह मामला सुर्खियों में है। नोटिस जारी करने वाले अपर कलेक्टरर का नाम है मिलिंद नागदेवे. मिलिंद नागदेवे पीसीएस अधिकारी हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि नोटिस देने की बात पर अपर कलेक्टार की ओर से कहा गया है कि “नोटिस प्रशासनिक गतिविधियों का हिस्सा है।

 

ई-गवर्नेंस के सहायक महाप्रबंधक को इसी के तहत जारी किया गया है। मीटिंग में अनुशासन बनाए रखने के लिए पहले भी इस तरह की कार्रवाई की गई थी.” ई-गवर्नेंस के सहायक प्रबंधक के.के. तिवारी का कहना है कि वह किसी से कुछ बात कर रहे थे. इसी को लेकर अपर कलेक्टखर को लगा कि वह किसी बात पर हंस रहे हैं।

 

अपर कलेक्टर का कहना है कि नोटिस प्रशासनिक गतिविधियों का हिस्सा है। शासकीय मीटिंग में हूटिंग जैसी हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हालांकि कानून के जानकार सेवानिवृत्त एसडीएम बीएल मिश्रा कहते हैं कि मप्र सिविल सेवा आचरण नियम में हंसना कदाचरण की श्रेणी में नहीं आता है। सहायक प्रबंधक बोले कि उन्होंने नोटिस का जवाब दे दिया है. ई-गवर्नेस के सहायक प्रबंधक पद पर तैनात कृष्णकांत तिवारी ने बताया कि जनसुनवाई के दौरान वह पास में बैठे संबंधित व्यक्ति से चर्चा कर रहे थे. इसी दौरान एडीएम मिलिंद नागदेवे की नजर वहां पर पड़ी। उन्हें लगा कि कृष्णकांत तिवारी किसी बात पर हंस रहे हैं. जबकि कृष्णकांत तिवारी का कहना है कि वह सिर्फ चर्चा कर रहे थे।

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