रांची: झारखंड क्रिकेट के सबसे बड़े शो-मैन कहे जाने वाले अमिताभ चौधरी को जेएससीए स्टेडियम में अभूतपूर्व श्रद्धांजलि दी गई। बुधवार को सुबह 10 बजे अमिताभ चौधरी के पार्थिव शरीर को अशोक नगर स्थित उनके आवास से धुर्वा स्थित जेएससीए स्टेडियम लाया गया। इसके बाद से श्रद्धांजलि देने के लिए दोपहर करीब 2:30 बजे तक लोग जेएससीए स्टेडियम में उमड़ते रहे।

अमिताभ चौधरी के पार्थिव शरीर को करीब 2:30 बजे जेएससीए स्टेडियम से हरमू मुक्तिधाम ले जाया गया। हालांकि इससे पहले पार्थिव शरीर को लेकर सदस्यों ने पूरे स्टेडियम का चक्कर लगाया। जेएससीए के सदस्य जय सिन्हा ने बताया कि अमिताभ चौधरी को इस स्टेडियम से बड़ा लगाव था। वे अक्सर आकर अपने चैंबर में बैठकर खिड़की से स्टेडियम को निहारा करते थे।

जेएससीए के अध्यक्ष संजय सहाय ने बताया कि जेएससीए परिवार के सबसे अहम सदस्य का इस तरह अचानक चले जाना अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि इस स्टेडियम के निर्माण के साथ-साथ इसे संवारने में उनकी भूमिका सबसे ज्यादा थी। उन्होंने कहा कि जेएससीए का सबसे बड़ा मार्गदर्शक इस दुनिया से चला गया।

जेएससीए स्टेडियम में अमिताभ चौधरी के पार्थिव शरीर के पास उनकी पत्नी और उनके दोनों बच्चे लगातार बैठे रहे। वहीं जेएससीए के तमाम कर्मचारी और सदस्यों ने भी अपने प्रशासक के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान विभिन्न क्षेत्र की दिग्गज हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इनमें खेल जगत से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सौरभ तिवारी, शाहबाज नदीम भी शामिल थे। वहीं झारखंड रणजी क्रिकेट के ज्यादातर क्रिकेटर उनके अंतिम दर्शन के लिए जेएससीए स्टेडियम पहुंचे थे।

क्रिकेटर सौरभ तिवारी और शाहबाज नदीम ने बताया कि अमिताभ चौधरी का खिलाड़ियों से काफी करीबी रिश्ता था. वह हमेशा खिलाड़ियों की मदद के लिए तैयार रहते थे। उन्होंने कहा कि जेएससीए स्टेडियम का अनुपम तोहफा अमिताभ सर की ही देन है।

अमिताभ चौधरी का अंतिम दर्शन करने बड़ी संख्या में ब्यूरोक्रेट्स और राजनीति से जुड़े लोग भी पहुंचे। इनमें सीएम के सचिव विनय चौबे, ऊर्जा सचिव अविनाश कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव अरुण कुमार सिंह के अलावा कई आइएएस और आइपीएस अधिकारियों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। मंत्री आलमगीर आलम, मिथिलेश ठाकुर के साथ विधायक अनूप सिंह के अलावा कई राजनीतिक हस्तियां पहुंचीं।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...