क्लास में Kiss…फिर पार्किंग में…यहाँ University का Video viral…मचा घमासान…जांच के आदेश…

MS University वडोदरा में छात्रों के दो ‘किस वीडियो’ से बवाल, जांच कमिटी गठित

क्लास में Kiss…फिर पार्किंग में…यहाँ University का Video viral…मचा घमासान…जांच के आदेश…

MS University वडोदरा में छात्रों के दो ‘किस वीडियो’ से बवाल, जांच कमिटी गठित

वडोदरा। गुजरात की मशहूर महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी (MSU) इन दिनों विवादों के घेरे में है। दो दिनों के भीतर यूनिवर्सिटी से किस करते छात्रों के दो वीडियो वायरल होने के बाद कैंपस में बवाल मच गया है।

पहला वीडियो कला संकाय की एक कक्षा के अंदर रिकॉर्ड किया गया था, जिसमें एक छात्र और छात्रा परीक्षा के दौरान किस करते नजर आए। अब एक दूसरा वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वाणिज्य संकाय की एक महिला छात्रा पार्किंग एरिया में एक छात्र को स्मूच करती दिखाई दे रही है।

इन दोनों क्लिप्स के वायरल होने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन में हड़कंप मच गया है और सोशल मीडिया पर इसको लेकर भारी आलोचना हो रही है।

 क्लासरूम से लेकर पार्किंग तक… कैमरे में कैद हुआ ‘कैंपस रोमांस’

सोमवार को कला संकाय के अधिकारियों के पास छात्र समूहों की ओर से शिकायतें पहुंचीं। समूहों ने परीक्षा के दौरान वीडियो शूट होने पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि जब परीक्षा में मोबाइल फोन पर सख्त पाबंदी है, तो यह वीडियो आखिर रिकॉर्ड कैसे हुआ?

वहीं, वाणिज्य संकाय के पार्किंग वीडियो में देखा गया कि आसपास दोपहिया वाहन और पैदल यात्री सामान्य रूप से आ-जा रहे थे, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह घटना दिनदहाड़े हुई।

 यूनिवर्सिटी में जांच तेज, बनी फैक्ट फाइंडिंग कमिटी

मामला तूल पकड़ने के बाद विश्वविद्यालय ने उच्च स्तरीय जांच समिति गठित कर दी है। यह कमिटी वायरल वीडियो की सच्चाई की जांच करेगी और दोषी पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश करेगी।

प्रोफेसर हितेश रविया, विशेष कार्य अधिकारी (जनसंपर्क एवं संचार), ने कहा—

“वीडियो हमारे संज्ञान में आया है। कला संकाय की डीन प्रो. कल्पना गवली ने जांच के लिए मीटिंग बुलाई है। वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि होने के बाद ही कोई ठोस कार्रवाई की जाएगी।”

 अस्पष्ट वीडियो, लेकिन बढ़ते सवाल

प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वीडियो परीक्षा के दौरान शूट हुआ या किसी और समय। लेकिन लगातार दो वीडियो सामने आने से यूनिवर्सिटी प्रशासन की साख पर सवाल उठ रहे हैं।

छात्र संगठनों का कहना है कि यह घटना न केवल अनुशासनहीनता का उदाहरण है, बल्कि इससे यूनिवर्सिटी की प्रतिष्ठा को भी धक्का पहुंचा है।

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