“राक्षस को मार डाला” डीजीपी की हत्या के बाद पत्नी बोली….पहले मुंह पर फेंका मिर्च पाउडर और तेल, फिर हाथ पांव बांधे…पत्नी क्यों बन गयी इतनी हैवान…ये वजह आयी…
"I killed the monster" said the wife after the murder of DGP... First they threw chilli powder and oil on his face, then tied his hands and legs... Why did the wife become such a monster... This is the reason...

DGP Om Prakash Murder Case : डीजीपी ओमप्रकाश की हत्या उसकी पत्नी पल्लवी ने ही की थी। पुलिस की पड़ताल में जो खुलासे हुए हैं, वो बेहद ही डरावने और चौकाने वाले हैं। पत्नी ने पहले डीजीपी रहे ओम प्रकाश पर मिर्च का पाउडर छिड़का और फिर हाथ पैर बांधकर उसे चाकूओं से गोद दिया। पत्नी ने बताया कि मिर्च पाउडर फेंकने के बाद डीजीपी छटपटाने लगे और इधर-उधर भागने लगे।
जिसके बाद पत्नी पल्लवी ने उनके हाथ पांव बांध दिये और फिर चाकूओं से वार करना शुरू कर दिया। बिहार के रहने वाले 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी प्रकाश रविवार को शहर के पॉश एचएसआर लेआउट में अपने तीन मंजिला घर के ग्राउंड फ्लोर पर खून से लथपथ पाए गए थे। 68 वर्षीय सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी चंपारण, बिहार के मूल निवासी थे। उन्होंने भूविज्ञान में मास्टर डिग्री प्राप्त की थी। ओम प्रकाश को 1 मार्च, 2015 को पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था।
आज देर शाम डीजीपी ओम प्रकाश का पोस्टमार्टम होगा। जानकारी के मुताबिक ओम प्रकाश चंपारण जिले के रहने वाले थे। वो 1995 में कर्नाटक के डीजीपी बनाये गये थे। हालांकि पत्नी ने पुलिस को जो बयान दिया था, उसमें ये कदम सेल्फ डिफेंस में उठाने की बात कही थी। पत्नी ने कहा था कि पूर्व डीजीपी पिछले एक सप्ताह से उन्हें और उनकी बेटी को डरा रहे थे।
वो बार-बार बंदूक लेकर आते थे और उन्हें गोली मारने की बात कहते थे। वो बार-बार डरा रहे थे। रविवार को भी इसी मुद्दे पर लड़ाई हुई थी। ओमप्रकाश ने दोपहर को भी उनके साथ मारपीट की थी। जान बचाने के लिए डीजीपी पर मिर्च पाउड और तेल डाल दिया। पत्नी ने आगे बताया कि मिर्च पाउडर के बाद डीजीपी के हाथ पांव बांध दिये और चाकू से वार कर दिया। जिससे उनकी जान चली गयी।
सूत्रों के मुताबिक, हत्या दंपति के बीच अक्सर होने वाले झगड़ों का नतीजा थी। बताया जा रहा है कि पता चला है कि कर्नाटक के दांडेली में एक जमीन से संबंधित संपत्ति विवाद भी वारदात की वजहों में से एक है। कुछ महीने पहले पल्लवी ने शिकायत दर्ज कराने के लिए एचएसआर लेआउट पुलिस स्टेशन का रुख किया था। जब वहां के कर्मचारियों ने उनकी बात नहीं मानी, तो उन्होंने पुलिस स्टेशन के सामने धरना दिया। यह भी पता चला है कि पल्लवी को सिजोफ्रेनिया था और वह दवा भी ले रही थी।