रांची। JMM ने हिस्से की 5 सीटों से में 2 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया। गिरिडीह और दुमका सीट पर प्रत्याशियों के ऐलान के बाद अब बाकी बची तीन सीटों पर सभी की नजरें टिकी है। हालांकि इंतजार गांडेय सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भी प्रत्याशी का है, जिसके लिए कहा जा रहा है कि कल्पना सोरेन दावेदार है।
हालांकि जिस तरह से ऐन मौके पर हेमंत सोरेन के दुमका से चुनाव नहीं लड़ने पर पार्टी ने फैसला लिया, उसे देखते हुए ये माना जा रहा है कि पार्टी अब जो भी निर्णय लेगी वो हालात और मौजूदा परिस्थिति के आधार पर ही लेगी। जहां गिरिडीह का सवाल है, तो गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से मथुरा महतो के नाम की चर्चा पहले से थी। गिरिडीह सीट पर दो लोकसभा चुनाव में JMM ने जगरनाथ महतो को मौका दिया था।
जातिगत समीकरण के आधार पर मथुरा महतो को पार्टी ने गिरिडीह से उतारा है। इस में जातियों का आंकड़ा देखें तो यहां कुर्मी मतदाता की बहुलता है, लिहाजा पार्टी ने मथुरा महतो को मैदान में उतारकर कुर्मी वोटरों पर बड़ा दांव खेला है। टुंडी से तीन बार विधायक बन चुके मथुरा महतो 2005, 2009 और 2019 में JMM के टिकट पर विधायक बने हैं। इस सीट पर तीन कुर्मी नेताओं के बीच मुकाबला होगा। इसमें वर्तमान सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी आजसू से, मथुरा महतो झामुमो से और जयराम महतो निर्दलीय मैदान में उतर सकते हैं।
NDA गठबंधन के तहत गिरिडीह सीट से बीजेपी इस बार भी उम्मीदवार नहीं उतारेगी। ये सीट बीजेपी ने सहयोगी दल आजसू पार्टी के लिए छोड़ी है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी के सहयोग से गिरिडीह से आजसू पार्टी के चंद्रकाश चौधरी ने जीत हासिल की थी। इस बार भी आजसू पार्टी ने चंद्रप्रकाश चौधरी को ही उम्मीदवार बनाया है। वहीं झामुमो की तरफ से मथुरा महतो और युवा नेता जयराम महतो के बीच त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिल सकता है।