रांची कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय खिलाड़ी हर दिन एक अपनी नई पहचान बनाते जा रहे हैं। भारत की झोली में अब तक 16 स्वर्ण सहित 45 पदक भारत के खाते में आ चुके हैं। खेल में शामिल प्लेयर्स में झारखंड के 8 प्लेयर्स भी शामिल हैं। पहली बार इस स्तर के टूर्नामेंट में एक साथ दो खेलों लॉन बॉल और हॉकी (महिला ) में झारखंड के खिलाड़ी भारतीय टीम में शामिल हुए। दोनों खेलों में पूर्व में भी यहां के खिलाड़ी खेल चुके हैं । दोनों खेलों में झारखंडी खिलाड़ियों ने खुद की काबिलियत दिखाई।

महिला हॉकी में शामिल झारखंड के प्लेयर्स

लॉन बॉल में महिलाओं ने विमेंस -4 इवेंट में पहली दफा देश को स्वर्ण पदक दिलाया। इसके बाद मेंस 4 में भारतीय टीम में शामिल सुनील बहादुर, चंदन कुमार सिंह और दिनेश कुमार ने रजत पदक जीता। यह भी कॉमनवेल्थ गेम में पहली बार देश को मेडल दिलाया। महिला हॉकी टीम ने न्यूजीलैंड को हराकर टीम इंडिया ने ब्रॉन्ज जीता। टीम में सलीमा टेटे, निक्की प्रधान और संगीता कुमारी ने भी अहम भागीदारी निभाई।

लॉन बॉल खेल में झारखंड के खिलाड़ी

लॉन बॉल में पहली बार मिली कामयाबी

भारतीय लॉन बॉल की टीम में 10 सदस्य थे इनमें से आधे खिलाड़ी तो झारखंड से थे। इसमें रूपा रानी तिर्की, लवली चौबे (दोनों विमेंस टीम में) के अलावे सुनील बहादुर, चंदन कुमार सिंह और दिनेश कुमार शामिल थे। लवली और रूपा रानी तिर्की पूर्व में भी इस स्तर पर खेल चुकी थी। पर इस स्तर की प्रतियोगिता में पहली बार देश को गोल्ड मेडल( विमेंस 4 ) में दिलाया। इससे पहले एक भी पदक देश को नहीं मिला था। लड़कों की टीम में शामिल तीनों खिलाड़ियों को भी अपनी भारतीय टीम को पदक दिलाने की बेचैनी थी जो उन्होंने सिल्वर जीत कर दिखाया।

महिला हॉकी टीम में झारखंड के खिलाड़ी,

हॉकी में पदक का सपना पूरा हुआ

कॉमनवेल्थ गेम्स में हॉकी के खेल में 16 सालों बाद भारतीय महिला टीम ने मेडल जीता। बर्मिंघम में तीसरे स्थान के लिए खेले गए मैच सलीमा, निक्की और संगीता का खेल लाजवाब रहा है।2006 के बाद ब्रॉन्ज पदक महिला टीम के हाथ आया है। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारने के बाद भारतीय टीम को सिल्वर मिला था। 2002 के कॉमनवेल्थ गेम (मैनचेस्टर ,इंग्लैंड) में इंग्लैंड को हराकर भारतीय टीम ने स्वर्ण पदक जीता था।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...