सहायक आरक्षकों ने पहले किया भांगड़ा, फिर मुख्यमंत्री को फूल मालाओं से लादा, कैबिनेट के फैसले से गदगद आरक्षकों ने कहा..हेमंत हैं तो....

रांची। महीने भर पहले झारखंड सरकार को पानी पी-पीकर कोसने वाले सहायक आरक्षक अब हेमंत सोरेन का जयकारा लगाते नहीं थक रहे। दरअसल सहायक आरक्षकों के लिए हेमंत सरकार ने कैबिनेट में कुछ ऐसे फैसले किये हैं कि सहायक आरक्षक गदगद हो गये।

कैबिनेट की बैठक में ऐलान होते ही पहले तो सहायक आरक्षकों ने जमकर भांगड़ा किया और फिर शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को फूल माला से लाद दिया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी सहायक आरक्षकों से हुई मुलाकात की तस्वीर पोस्ट की है।

हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा है कि मुख्यमंत्री आवास में राज्य के विभिन्न जिलों के सहायक पुलिस कर्मियों से मुलाकात की। उनकी सेवा अवधि विस्तार और अन्य लाभों पर कैबिनेट के निर्णय से वे उत्साहित हैं।

हमारी सरकार पुलिस बल के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। साथ मिलकर एक सुरक्षित और समृद्ध झारखंड बनाएंगे। आपको बता दें कि शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में संविदा के आधार पर बहाल सहायक पुलिसकर्मियों के लिए हेमंत सरकार ने कई बड़े फैसले लिये थे।

जहां मानदेय बढ़ाने का फैसला सरकार ने किया, तो वहीं अवकाश और अन्य भत्तों में भी इजाफा किया। कैबिनेट में हुए फैसले के मुताबिक सहायक आरक्षकों को अब मासिक 10 हजार रुपये के बजाय 13 हजार रुपये मानदेय मिलेगा। मतलब तीन हजार रुपये का इजाफा हेमंत सरकार ने किया है।

वहीं सहायक आरक्षकों को सालाना चार हजार रुपये वर्दी भत्ता मिलेगा। उल्लेखनीय है कि सहायक पुलिसकर्मियों के आंदोलन को देखते हुए राज्य सरकार ने उनकी सुविधाएं बढ़ाने का आश्वासन दिया था।


इतना ही नहीं मेडिकल दुर्घटना बीमा का दायरा बढ़ाकर एक लाख से चार लाख रुपए कर दिया गया है। वहीं महिलाओं सहायक पुलिस को मातृत्व अवकाश भी दिया जाएगा। कैबिनेट के इस फैसले का लाभ काफी महिला पुलिसकर्मियों को मिलेगा। वहीं सहायक आरक्षकों का सेवा विस्तार भी किया गया है। अगले एक साल के लिए उनकी सेवाअवधि में विस्तार दिया गया है।

Aditya
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