रांची: झारखंड में अलनीनो का प्रभाव पड़ने वाला है।इसको लेकर मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अलनीनो के प्रभाव में वज्रपात और लू होने की संभावना हैं।अलनीनो की वजह से इस वर्ष अनुमान है कि ना सिर्फ प्रचंड गर्मी पड़ेगा बल्कि इसकी अवधि भी लंबी होगी।

इस पूर्वानुमान के बाद देश भर के मौसम वैज्ञानिक इस प्रयास में लगे हैं कि कैसे प्री मॉनसून के दौरान वज्रपात और लू से होने वाली परेशानियों को कम किया जा सकता है। समय से और सटीक पूर्वानुमान के लिए अत्याधुनिक तकनीक का कारगर इस्तेमाल हो, इसको लेकर चर्चा के लिए शनिवार को देशभर के मौसम केंद्रों के मौसम पूर्वानुमान वैज्ञानिकों ने ऑनलाइन मीटिंग की।

इस ऑनलाइन मीटिंग को लेकर रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी निदेशक और वरिष्ठ मौसम पूर्वानुमान वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि हीट रिलेटेड इम्पैक्ट को कैसे कम किया जाए, इसके लिए यह प्रारंभिक बैठक थी। अभिषेक आनंद ने कहा कि मार्च महीने से प्री मॉनसून शुरू हो जाता है, ऐसे में थंडर स्ट्रॉम, लाइटिंग और हीट वेव के प्रभाव से कैसे जन मानस को बचाया जाए, इसको लेकर बैठक में चर्चा की गयी. उन्होंने कहा कि इस बैठक में जो निष्कर्ष निकला है, उसको धरातल पर उतारा जाएगा. राज्य प्रशासन और जिला प्रशासन के साथ साथ आम जनमानस को भी मौसम की अद्यतन जानकारी तत्क्षण मिले इसकी कवायद भी की जा रही है.

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