झारखंड मतगणना: काउंटिंग के दौरान इन चीजों को नहीं ले जा सकेंगे नेता, जानिये झारखंड में चुनाव की कैसी है तैयारी

Jharkhand vote counting: Leaders will not be able to take these things during counting, know how are the preparations for elections in Jharkhand

Jharkhnad Vidhansabha Counting: बस कुछ देर और, फिर साफ हो जायेगा कि झारखंड की सिंहासन का ताज किसके सर पर सजेगा। दोनों पार्टियों की धड़कनें बढ़ी हुई है।

मतगणना से पहले रांची में स्ट्रांग रूम पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। काउंटिंग की पूरी प्रक्रिया मीडिया और उम्मीदवारों या उनके एजेंटों की पूरी निगरानी में पारदर्शी तरीके से होगी।

पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ‘स्ट्रांग रूम’ को पर्याप्त सुरक्षा और वीडियो निगरानी से सुदृढ़ किया गया है। काउंटिंग सेंटर के अंदर मोबाइल, तंबाकू, कटर, अस्त्र-शस्त्र, पान गुटखा, खाने का पैकेट, ज्वलनशील वस्तु, चाकू और पानी की बोतल ले जाने की मनाही है।

पूरी प्रक्रिया मीडिया और उम्मीदवारों या उनके एजेंटों की पूरी निगरानी में पारदर्शी तरीके से होगी, जिन्हें प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

प्रदेश में चुनाव दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को हुए. कुल 81 सीटों में से 43 निर्वाचन क्षेत्रों में पहले चरण में मतदान हुआ, जबकि दूसरे चरण में 38 सीटों पर मतदान हुआ। डाक मतपत्रों की गिनती सुबह आठ बजे शुरू होगी. वहीं, रुझान सुबह नौ बजे तक आने शुरू हो जाएंगे. इस बार मतदान रिकॉर्ड 67.74 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो 15 नवंबर 2000 को राज्य के गठन के बाद से सबसे अधिक है।

इस बार कुल 1211 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे। इस चुनाव में कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बरहेट से, उनकी पत्नी कल्पना ने गांडेय से, जबकि विपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी (BJP) ने चंदनकियारी से चुनाव लड़ा है. कुल 1,211 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें धनवार में बीजेपी के बाबूलाल मरांडी और नाला में JMM के रवींद्र नाथ महतो शामिल थे।

अन्य प्रमुख नेताओं में महागामा से कांग्रेस की दीपिका पांडे सिंह, जामताड़ा से सीता सोरेन (मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी), सिल्ली से ‘ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन’ (आजसू) प्रमुख सुदेश महतो और सरायकेला से पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन शामिल थे।

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