नईदिल्ली: झारखंड और पश्चिम बंगाल, देश के दो ऐसे राज्य हैं जहां आधी से ज्यादा लड़कियों की शादी 21 साल की उम्र से पहले कर दी जाती है। इसका खुलासा केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी लेटेस्ट डेमोग्राफिक सैंपल सर्वे की रिपोर्ट में हुआ है।

सर्वे के अनुसार, राष्ट्रीय स्तर पर 29.5% लड़कियों की शादी 21 साल की उम्र से पहले हो जाती है। पश्चिम बंगाल में जहां इसकी परसेंटेज 54.9 है, वहीं, वहीं झारखंड में यह आंकड़ा 54.6% है। सर्वे 2020 में किया गया था और रिपोर्ट पिछले महीने के अंत में प्रकाशित हुई थी।

18 साल से पहले शादी करने के मामले में झारखंड अव्वल


गृह मंत्रालय के रजिस्ट्रार जनरल और सेंसस कमिश्नरेट​​​ की ओर से किए गए हालिया सर्वे में बताया गया है कि राष्ट्रीय स्तर पर 18 साल से पहले प्रभावी ढंग से शादी करने वाली लड़कियों की परसेंटेज 1.9 है। केरल में सबसे कम 0% और झारखंड में सबसे ज्यादा 5.8% है। झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह का परसेंटेज 7.3 और शहरी क्षेत्रों में 3% है।

झारखंड में जादू टोने के आरोप में मारे गए लोग


इस बीच, झारखंड को लेकर राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की भी रिपोर्ट सामने आई है। इसके अनुसार, 2015 में झारखंड में जादू टोना करने के आरोप में 32 लोग मारे गए थे। 2016 में 27, 2017 में 19, 2018 में 18 और 2019 और 2020 में 15-15 लोग मारे गए थे।

झारखंड में लड़कियों से बर्बरता के दो मामले


झारखंड हाल ही में उस समय सुर्खियों में आया था जब एक नाबालिग लड़की को एक व्यक्ति के प्रपोजल को ठुकराने के बाद आग लगा दी गई थी। मुख्य आरोपी ने 23 अगस्त को सोते समय लड़की के कमरे की खिड़की के बाहर से उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। चार दिन बाद किशोरी ने दम तोड़ दिया था। हालांकि, आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

2 सितंबर को दुमका में एक 14 साल की आदिवासी लड़की का शव पेड़ से लटका मिला था। उसकी मां ने दावा किया था कि उसकी बेटी का शादी के बहाने बलात्कार किया गया और हत्या कर दी गई। दोनों घटनाओं की जांच राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा की जा रही है।

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