झारखंड शिक्षक : 484 शिक्षक अभ्यर्थी की ज्वाइनिंग से पहले ही हो गयी छंटनी, JSSC ने नये रिजल्ट में इन अभ्यर्थियों का चयन कर दिया रद्द…
Jharkhand Teacher: 484 teacher candidates were rejected before joining, JSSC cancelled the selection of these candidates in the new result...

रांची। झारखंड में करीब 500 शिक्षक अभ्यर्थियों को बड़ा झटका लगा है। झारखंड स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (JSSC) ने कक्षा 1 से 5 तक के लिए इंटरमीडिएट प्रशिक्षित सहायक आचार्य का संशोधित रिजल्ट जारी किया है। रिजल्ट में कुल 4333 अभ्यर्थी सफल हुए हैं, जबकि पहले 4817 अभ्यर्थियों को सफलता मिली थी। संशोधन के चलते 484 अभ्यर्थियों का चयन रद्द हो गया है।


अब इसी परिणाम के आधार पर कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने वाले सहायक आचार्य की नियुक्ति होनी है। पहले जारी हुए परिणाम में 4817 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए थे, लेकिन संशोधित रिजल्ट में केवल 4333 अभ्यर्थियों को ही सफल माना गया है। यानी 484 अभ्यर्थी कम हो गए हैं।
क्यों करना पड़ा संशोधन?
जेएसएससी के मुताबिक स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के निर्देश पर यह संशोधित परिणाम जारी किया गया। दरअसल, प्रारंभिक परीक्षा के दौरान कई ऐसे अभ्यर्थियों का चयन अनारक्षित (जनरल) श्रेणी में कर लिया गया था, जिन्होंने पहले JTET (झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा) में आरक्षण का लाभ लिया था।
ऐसे में उन्हें संशोधित परिणाम में उनके आरक्षित वर्ग में शामिल कर दिया गया है। विशेष रूप से, पारा शिक्षक कोटि के अभ्यर्थियों को उम्र सीमा में भी छूट मिली थी, इसलिए उन्हें सामान्य वर्ग में रखना उचित नहीं था।
रिक्त पदों की स्थिति
परीक्षा के जरिए राज्य में कुल 11,000 पदों पर नियुक्ति होनी थी। पूर्व में घोषित नतीजों के बाद भी लगभग 6667 पद रिक्त रह गए थे। संशोधित परिणाम जारी होने के बाद भी बड़ी संख्या में सीटें खाली रहने की संभावना है।
परिणाम कहां देखें
संशोधित परिणाम आयोग की आधिकारिक वेबसाइट jssc.jharkhand.gov.in पर उपलब्ध है। अभ्यर्थी वहां जाकर अपना रोल नंबर और श्रेणीवार चयन सूची देख सकते हैं।
कानूनी पेंच भी बाकी
आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह परिणाम झारखंड हाई कोर्ट में चल रही सुनवाई से प्रभावित हो सकता है। बहादुर महतो, डमरुधर महतो और अन्य की याचिकाओं पर पारित अंतरिम आदेश के आलोक में आगे परीक्षाफल में बदलाव की संभावना बनी हुई है। यानी चयनित और असफल अभ्यर्थियों के लिए स्थिति अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है।









