झारखंड- दामाद जी तो फर्जी है: ससुराल में रहकर जमाई बाबू दिखाते थे मोबाइल-लैपटॉप का टशन, पुलिस टांगकर ले गयी, तो खुला फर्जीवाड़े….
Jharkhand - Son-in-law is a fake: While staying with in-laws, son-in-law used to show off mobile-laptop, when police took him away, fraud was exposed...

Cyber Crime : ससुराल में अपना टशन दिखा रहे दामाद जी को पुलिस उठा ले गयी। जमाई बाबू को पुलिस के टांगकर ले जाते देख ससुराल वाले भी सकपका गये। पुलिस ने पोल खोली तो पता चला कि दामाद बाबू जो लैपटाप और चार-पांच मोबाइक का तामझाम दिखा रहे थे, दरअसल पूरी कमाई उन्होंने साइबर फर्जीवाड़े में की है। मामला जामताड़ा का है, जहां साइबर थाना की पुलिस ने दो साइबर अपराधी को पकड़ा है।
पुलिस ने आरोपियों में एक के पास से 16 मोबाइल फोन, 28 सिमकार्ड और एक लैपटॉप बरामद किया है। वहीं एक आरोपी अपने ससुराल में आकर साइबर अपराध को अंजाम दे रहा था। करमाटांड़ थाना क्षेत्र के सिंदरजोड़ी और नावाडीह गांव में छापामारी की। जहां से दो साइबर अपराधी को पकड़ने में पुलिस सफल रही। आरोपियों में ताहिर अंसारी मसलिया थाना दुमका जिला का रहने वाला बताया गया है जो कर्माटांड़ के नावाडीह गांव में अपने ससुराल आया हुआ था।
जानकारी के मुताबिक वो ससुराल में रहकर साइबर अपराध को अंजाम दे रहा था जो पुलिस के हाथों पकड़ा गया। इस कार्रवाई में पकड़ा गया दूसरा साइबर अपराधी का नाम मुजाहिद अंसारी है। सर्च इंजन में विभिन्न ई-कॉमर्स कंपनियों के कस्टमर केयर के नंबर्स में अपना फर्जी नंबर डाल देते थे। इन नंबर्स पर उपभोक्ताओं से समस्याओं का निपटारा करने के नाम पर उनके मोबाइल पर क्विक सपोर्ट एनीडेस्क ऐप डाउनलोड करा लेते थे।
इसके बाद 1 या 2 रुपये का ऑनलाइन पेमेंट कराकर उनके बैंक की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर लेते और उनके खाते से पैसे उड़ा लेते थे। आरोपियों के पास से अलग-अलग राज्य का सिम कार्ड मिला है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। जानकारी के मुताबिक इन आरोपियों ने लोगों से लाखों की अब तक ठगी की है।