Jharkhand School Holiday News 2026: स्कूलों में रैली -प्रभात फेरी पर लगी रोक, JCERT ने जारी की नई छुट्टी तालिका, स्कूलों में छुट्टियां बढ़ायी गयी, पढ़िये नयी गाइडलाइन

Jharkhand School Holiday News 2026: School rallies and morning walks have been banned, JCERT has released a new holiday schedule, school holidays have been extended, read the new guidelines.

Jharkhand School Holiday News : झारखंड में नये साल में सरकारी स्कूलों में पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए JCERT ने सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि अगले साल यानि 2026 में स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और गांधी जयंती को छोड़कर अन्य अवसरों पर रैली या प्रभात फेरी नहीं होगी। वहीं स्कूलों की छुट्टी को लेकर भी महत्वपूर्ण बदलाव किये गये हैं।

 

दरअसल झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (JCERT) ने वर्ष 2026 के लिए एकीकृत अवकाश तालिका जारी की है। इसमें स्कूलों में रैली, प्रभात फेरी और विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों को लेकर स्पष्ट और सख्त दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। जिसमें ये स्पष्ट संकेत है कि विद्यार्थियों की पढ़ाई किसी भी तरह से बाधित न हो। जारी गाइडलाइन के मुताबिक राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और गांधी जयंती के अलावा किसी अन्य अवसर पर सरकारी स्कूलों में रैली या प्रभात फेरी का आयोजन नहीं किया जाएगा।

 

निर्देश है कि यदि केंद्र या राज्य सरकार के निर्देश पर इन तीन राष्ट्रीय पर्वों के अलावा किसी अन्य अवसर पर कोई कार्यक्रम आयोजित करना आवश्यक हो, तो वह स्कूल अवधि समाप्त होने के बाद, यानी अपराह्न तीन बजे के बाद ही आयोजित किया जा सकेगा।JCERT निदेशक शशि रंजन ने सभी स्कूलों को इन निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करने को कहा है।

 

उन्होंने स्पष्ट किया कि विद्यालयों का मूल उद्देश्य बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है, इसलिए किसी भी प्रकार के गैर-शैक्षणिक कार्यक्रमों से नियमित कक्षाएं प्रभावित नहीं होनी चाहिए। JCERT ने यह भी निर्देश दिया है कि शिक्षा विभाग के अलावा अन्य विभागों द्वारा स्कूलों में आयोजित किए जाने वाले जागरूकता, उन्मुखीकरण या किसी अन्य प्रकार के कार्यक्रमों के लिए शिक्षा विभाग से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य होगा। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि ऐसे कार्यक्रमों के कारण स्कूलों का नियमित शिक्षण समय प्रभावित न हो।

 

ग्रीष्मावकाश और शीतकालीन अवकाश में बदलाव

एकीकृत अवकाश तालिका को लेकर शिक्षकों और विद्यार्थियों में किसी भी तरह का भ्रम न रहे, इसके लिए JCERT ने विस्तृत स्पष्टीकरण भी जारी किया है। इस तालिका के अनुसार, वर्ष 2026 में ग्रीष्मावकाश 14 दिनों के बजाय 16 दिनों का होगा। दरअसल, दो अवकाश ऐसे हैं जो तृतीय शनिवार को पड़ रहे हैं, जबकि तृतीय शनिवार को पहले से ही स्कूलों में अवकाश रहता है। इन दो दिनों को समायोजित करने के लिए ग्रीष्मावकाश में दो अतिरिक्त दिन जोड़े गए हैं।

 

वहीं, शीतकालीन अवकाश कुल आठ दिनों का निर्धारित किया गया है। हालांकि मौसम की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार या जिला प्रशासन को यह अधिकार रहेगा कि आवश्यकता पड़ने पर शीतकालीन अवकाश की अवधि बढ़ाई जा सके।इसके अतिरिक्त, जिला स्तर पर स्थानीय पर्व-त्योहारों को ध्यान में रखते हुए पांच दिनों का अवकाश निर्धारित करने का प्रावधान भी रखा गया है, ताकि क्षेत्रीय परंपराओं और सांस्कृतिक आयोजनों का सम्मान किया जा सके।

 

किन स्कूलों पर लागू होगी व्यवस्था

यह एकीकृत अवकाश तालिका केवल सरकारी स्कूलों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सहायता प्राप्त और अनुदानित अल्पसंख्यक स्कूलों में भी लागू होगी। यह प्राथमिक, माध्यमिक और प्लस टू स्तर के सभी विद्यालयों पर समान रूप से प्रभावी होगी।JCERT ने स्पष्ट किया है कि यह अवकाश तालिका समावेशी प्रकृति की है, जिसमें सभी वर्गों और धर्मों से जुड़े पर्व-त्योहारों को ध्यान में रखा गया है। ग्रीष्मावकाश और शीतकालीन अवकाश को मिलाकर सरकारी स्कूलों में कुल 60 दिनों का अवकाश निर्धारित किया गया है।

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