झारखंड : रिम्स 2 के जमीन अधिग्रहण का विरोध, बाबूलाल बोले- आदिवासियों पर जुल्म बर्दाश्त नहीं
Jharkhand: Opposition to land acquisition for RIMS 2, Babulal said - atrocities on tribals will not be tolerated

रिम्स 2 अस्पताल के विस्तार में मुश्किलें खड़ी होती दिखाई पड़ रही है.दरअसल, कांके प्रखंड के नगड़ी में रिम्स-2 के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाना है लेकिन स्थानीय आदिवासियों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है. हेमंत सोरेन सरकार ने यहां जमीन की मापी शुरू की है जिसका विरोध स्थानीय ग्रामीण कर रहे हैं.
शनिवार को नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी भी नगड़ी पहुंचे और ग्रामीणों के साथ समर्थन जताया.
कृषि योग्य भूमि पर निर्माण कार्य गलत
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड में खाद्यान्न की कमी है. जितनी जरूरत है उतना उत्पादन नहीं हो पाता और इसलिए, कृषि योग्य भूमि को बचाने की आवश्यक्ता है. खेती के लिए उपयुक्त जमीन पर हेमंत सरकार रिम्स-2 बनाना चाहती है जबकि इसके लिए किसी बंजर जमीन की तलाश करनी चाहिए.
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस जमीन के आसपास ही 10 किमी के दायरे में कोई जमीन ढूंढ़िए क्योंकि कृषि योग्य जमीन पर रिम्स-2 का निर्माण ठीक नहीं होगा.
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यदि सरकार बंजर जमीन की तलाश नहीं कर पा रही है तो हम खोजकर देंगे.
रिम्स 2 अस्पताल की जरूरत क्यों पड़ी
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने रांची में ही रिम्स के विस्तार का ऐलान किया था. कहा था कि रिम्स 2 का निर्माण किया जायेगा जहां मरीजों के लिए बेड की संख्या में इजाफा किया जायेगा.
दरअसल, रिम्स अस्पताल में अक्सर बेड की कमी की शिकायत आती है. कई बीमारियों के इलाज की सुविधा नहीं है ऐसे में नये रिम्स की जरूरत महसूस की गयी थी.









