झारखंड पुलिस ने राजद प्रत्याशी को किया गिरफ्तार, नामांकन भरते ही पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा, डकैती के मामले थे वांटेड
Jharkhand police arrested RJD candidate, wanted in robbery cases, after he filed his nomination.

रांची/पटना। चुनावी राजनीति से जुड़ी एक बड़ी खबर है। नामांकन भरने के तुरंत बाद राजद प्रत्याशी को गिरफ्तार कर लिया गया। पूरा मामला बिहार विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन के अंतिम दिन सासाराम का है। आरजेडी प्रत्याशी सत्येंद्र साह को नामांकन दाखिल करने के कुछ ही मिनटों बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी झारखंड के गढ़वा जिले में दर्ज एक पुराने डकैती मामले में जारी स्थायी वारंट के आधार पर की गई है। इस कार्रवाई ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है, वहीं राजद समर्थकों ने इसे “भाजपा की साजिश” बताया है। सासाराम से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रत्याशी सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया। राजद समर्थक और कार्यकर्ता जिला मुख्यालय के बाहर जुट गए और इस कार्रवाई के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
सूत्रों के अनुसार, सत्येंद्र साह जैसे ही नामांकन कक्ष से बाहर निकले, पहले से तैनात भारी पुलिस बल ने उन्हें घेर लिया और गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि साह की गिरफ्तारी झारखंड के गढ़वा थाने में दर्ज 2004 के डकैती मामले में की गई है। इस मामले में गढ़वा न्यायालय ने उनके खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया था।
राजद समर्थकों का हंगामा, भाजपा पर साजिश का आरोप
सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही राजद कार्यकर्ता और समर्थक उग्र हो गए। उन्होंने इस कार्रवाई को “राजनीतिक साजिश” करार दिया और कहा कि यह कदम आरजेडी उम्मीदवार को चुनावी मैदान से बाहर करने की योजना का हिस्सा है। समर्थकों ने सासाराम कोर्ट परिसर और जिला प्रशासनिक भवन के बाहर नारेबाजी करते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
एक स्थानीय कार्यकर्ता ने कहा, “सत्येंद्र साह जनता के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। उनकी बढ़ती लोकप्रियता से विरोधी दल घबरा गए हैं। इसलिए उन्हें बेबुनियाद केस में फंसाकर चुनाव से दूर रखने की कोशिश की जा रही है।”
गिरफ्तारी से पहले सत्येंद्र साह का बयान
गिरफ्तारी से कुछ ही देर पहले मीडिया से बात करते हुए सत्येंद्र साह ने कहा,“राजद ने मुझ पर भरोसा जताते हुए सासाराम सीट से उम्मीदवार बनाया है। यह विरोधियों की साजिश है, जिसके तहत मुझे फंसाया जा रहा है। जनता का मुझ पर विश्वास है और वे इसका करारा जवाब चुनाव में देंगे।”सत्येंद्र साह का कहना था कि उन्हें जानबूझकर उस पुराने मामले में फंसाया गया है जिसका उनसे अब कोई संबंध नहीं है।
पुलिस का बयान — 2004 के मामले में जारी था स्थायी वारंट
इस बीच, रोहतास पुलिस के एसडीपीओ दिलीप कुमार ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया,“सत्येंद्र साह करगहर के निवासी हैं। उन्हें झारखंड के गढ़वा थाने में दर्ज एक पुराने डकैती मामले में गिरफ्तार किया गया है। उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 395 और 397 के तहत मामला दर्ज है। गढ़वा न्यायालय ने उनके खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया था। उन्हें अब गढ़वा कोर्ट में पेश करने की प्रक्रिया जारी है।”