झारखंड : 38वें राष्ट्रीय खेल में हिस्सा लेने गयी झारखंड की तीरंदाजी टीम में बाहरी खिलाड़ी? वायरल पत्र से बवाल

38वें राष्ट्रीय खेल में भाग लेने जा रही झारखंड की तीरंदाजी टीम में बाहरी खिलाड़ियों को शामिल करने का आरोप लगा है. मुख्यमंत्री के नाम लिखे गये एक पत्र में यह दावा किया गया है कि तीरंदाजी टीम में स्थानीय खिलाड़ियों को नजरअंदाज कर बाहरी खिलाड़ियों को मौका दिया गया है.

इस पत्र में बताया गयाहै कि 31 दिसंबर 2024 को चुनी गयी झारखंड की टीम में दूसरे राज्य के खिलाड़ियों को मौका दिया जा रहा है.

पत्र में लिखा है कि झारखंड ओलंपिक संघ के नियमों के मुताबिक वह खिलाड़ी जो झारखंड का स्थानीय निवासी है, वही भाग ले सकता है. इसके लिए बकायदा स्थानीय प्रमाण पत्र की भी आवश्यक्ता होती है.

तभी नेशनल गेम्स के लिए उसको झारखंड की टीम में मौका मिलेगा लेकिन तीरंदाजी टीम में ऐसा नहीं किया गया.

पदक जीतने वाले खिलाड़ी को मिलती है सरकारी नौकरी
इस पत्र में आगे लिखा है कि जो भी खिलाड़ी राज्य के लिए पदक जीतता है उसको राज्य सरकार की ओर से सम्मान राशि और सरकारी नौकरी मिलती है. यह उनको ही मिलेगा जो स्थानीय खिलाड़ी हैं लेकिन यहां दूसरे राज्य के खिलाड़ियों को केवल उनके आधार कार्ड के आधार पर ही झारखंड का मान लिया गया.

आरोप है कि वैसे खिलाड़ी अपने गृह राज्य से सम्मान और नौकरी पाने के बाद झारखंड में भी लाभ पाते हैं. यह स्थानीय खिलाड़ियों के साथ अन्याय जैसा है.

तीरंदाजी टीम में बाहरी खिलाड़ियों के चयन का दावा
पत्र में लिखा है कि इसमें खिलाड़ियों का आधार कार्ड, 10वीं कक्षा का मार्कशीट और इंटर का मार्कशीट भी संलग्न किया गया है. इसमें मुख्यमंत्री से अपील की गयी है कि स्थानीय खिलाड़ियों को मौका दिया जाये.

कहा कि ऐसा किया जायेगा तभी स्थानीय खिलाड़ियों का विकास हो सकेगा.

गौरतलब है कि यह चिट्ठी रांची जिला अंतर्गत अनगड़ा प्रखंड के किसी राजकिशोर नाम के व्यक्ति ने लिखी है.

28 जनवरी से 14 फरवरी तक उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेल का आयोजन किया जा रहा है.

इसमें झारखंड की अलग-अलग टीमें हिस्सा लेंगी. इसमें मुख्य रूप से तीरंदाजी, हॉ़की सहित अन्य खेल में झारखंड की टीमें शिरकत करेंगी.

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