रांची। NMOPS / JHAROTEF प्रांतीय कमेटी का एक शिष्टमंडल नीतीश कुमार सिंह, निदेशक पेंशन एवं लेखा निदेशालय झारखंड रांची से मिला। इस दौरान नई पेंशन से पुरानी पेंशन की प्रक्रिया के क्रम में आ रही समस्याओं पर निदेशक से विस्तार पूर्वक चर्चा हुई । जिसपर निम्न बिंदु पर आश्वाशन दिया गया

  1. नई पेंशन से पुरानी पेंशन में आए सेवानिवृत्ति कर्मचारियों का एनओसी हेतु आवेदन के क्रम में एनएसडीएल द्वारा सरकारी अंशदान का डाटा ससमय उपलब्ध नहीं कराए जाने के विषय को संगठन ने उठाया। जिस पर निदेशक महोदय ने कहा कि यह समस्या हमारे संज्ञान में है और यह बेहद गंभीर मामला है। कुछ दिन पहले ही इस विषय पर बैठक किया गया है, हमारा प्रयास होगा की एनएसडीएल समय से सेवानिवृत कर्मचारियों का डाटा उपलब्ध कराये, अगले कुछ दिनों में यदि ऐसा नहीं हो पता है तब हम सब अन्य विकल्पों पर भी काम करेंगे।
  2. नई पेंशन से पुरानी पेंशन में आए लगभग सवा लाख कर्मचारियों का जीपीएफ कटौती हो रहा है परंतु उनके खाते में जीएफ का स्टेटमेंट दिखाई नहीं पड़ता है इसका कारण जीपीएफ ऑफिस के द्वारा फर्स्ट अकाउंटिंग अभी तक नहीं किया जाना है। इस संदर्भ में निदेशक से आग्रह किया गया कि इस हेतु कर्मचारियों के द्वारा जीपीएफ कार्यालय को आवेदन देने की बाध्यता खत्म की जाए क्योंकि यह ऑफिस का रूटीन वर्क है इस पर निदेशक महोदय ने कहा कि सभी जिला भविष्य निधि कार्यालय को इस संदर्भ में निदेशित कर दिया जाएगा।
  3. निदेशक को अवगत कराया गया कि नई पेंशन से पुरानी पेंशन में शिफ्टिंग की प्रक्रिया के दौरान कर्मचारियों के द्वारा जमा किए गए शपथ पत्र की मूल प्रति अभी भी जिला भविष्य निधि कार्यालय में पड़ा हुआ है जबकि सेवानिवृत्ति के उपरांत पुरानी पेंशन की प्रक्रिया में जीपीएफ कार्यालय की कोई भूमिका नहीं है अतः जीएफ का एक्नॉलेजमेंट रिसीव्ड तथा शपथ पत्र की मूल प्रति संबंधित कर्मचारियों को वापस कर दिया जाना चाहिए जिसे उसके सेवा पुस्तिका में संधारित किया जा सके। इस विषय पर निदेशक महोदय ने कहा कि इस संदर्भ में जिला भविष्य निधि कार्यालयों को पूर्व में भी निर्देशित किया गया है पुनः एक बार जिला भविष्य निधि कार्यालय को इस संदर्भ में निदेशित कर दिया जाएगा।
  4. नई पेंशन से पुरानी पेंशन की प्रक्रिया के दौरान कुछ कर्मचारियों का मामला अभी भी प्रक्रियाधीन है वैसे कर्मचारी सेवानिवृत्ति के उपरांत एनओसी हेतु आवेदन इसलिए नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि उनका डाटा अभी भी पोर्टल में पेंडिंग है ऐसे कर्मचारियों का डाटा या तो निदेशालय डिलीट कर दे अथवा संबंधित कर्मचारी को डाटा डिलीट करने का विकल्प उपलब्ध कराये।
  5. इस विषय पर निदेशक ने कहा कि यह मामला भी हमारे संज्ञान में है ऐसे मामलों में संबंधित कर्मचारियों को डाटा डिलीट करने का विकल्प देने पर अग्रतर कार्रवाई की जाएगी। वार्ता के क्रम में निदेशक का व्यवहार बहुत सौहार्दपूर्ण एवं फलपरक रहा। संगठन को पूर्ण विश्वास है कि उठाये गये विषयों पर विभाग शीघ्रता से कार्रवाई करेगा ताकि कर्मचारियों को हो रही परेशानियों का स्थाई समाधान हो सके।
  6. वार्ता में प्रांतीय अध्यक्ष के साथ प्रांतीय कोषाध्यक्ष श्री नितिन कुमार, प्रांतीय कार्यालय सचिव श्री संतोष कुमार, प्रांतीय सोशल मीडिया प्रभारी श्री सुनील फ्रांसिस खलखो, संगठन सचिव रांची जोन श्री सुनील नायक, समन्वयक श्री मिथिलेश कुमार सहाय तथा सेवानिवृत कर्मचारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री विनय कुमार सिंह उपस्थित रहे।

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