धनबाद: पूर्वी टुंडी प्रखंड की पांड्रा-बेजड़ा पंचायत के पोलकेरा गांव निवासी बलदेव सोरेन की पत्नी सातमुनि मरांडी (25) का शव शुक्रवार की सुबह निरसा थाना क्षेत्र के डूमरजोड़ जंगल में पेड़ पर फंदे से लटका मिला। सातमुनि तीन-चार दिनों से घर से लापता थी। घटनास्थल से मृतका का ससुराल डेढ़ किलोमीटर की दूरी है, लेकिन उसका शव मिलने के बाद भी ससुराल वाले नहीं पहुंचे।
पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत
इधर, सूचना मिलने के बाद निरसा पुलिस सुबह 10.30 बजे घटनास्थल पहुंची। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद अपराह्न 3.30 बजे शव को पेड़ से ग्रामीणों के सहयोग से उतारा और शाम 5.30 बजे पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेजा गया. शव को कब्जे में लेने में पुलिस को करीब आठ घंटे लगे। इस संबंध में निरसा थाना एसआई केके टुडू ने बताया कि पुलिस सभी बिंदुओं पर छानबीन कर रही है. मामला हत्या का है या आत्महत्या का पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा होगा।
डूमरजोड़ जंगल में मिला शव
बताया जाता है कि बलदेव सोरेन की पत्नी सातमुनि मरांडी तीन-चार दिनों से घर से लापता थी। बलदेव ने इसकी सूचना अपने ससुराल वालों को दी। सातमुनि का मायका जामताड़ा जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के आनंदपुर गांव में है। उसके पिता का नाम लदका मरांडी है। परिजनों ने अपने स्तर से उसकी खोजबीन की, लेकिन कहीं पता नहीं चल पाया। मृतका दो-तीन माह पहले अपने मायके से ससुराल आयी थी। उसे कोई बच्चा नहीं है। इधर, शुक्रवार की सुबह डूंगरजोड़ गांव के कुछ युवक जंगल गये थे। उनलोगों ने पेड़ पर महिला का शव लटका देख चिल्लाते हुए गांव पहुंचे और ग्रामीणों को इसकी सूचना दी। देखते ही देखते यह बात पूरे गांव में फैल गयी। काफी संख्या में ग्रामीण जंगल पहुंचे।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगा मौत के कारणों का खुलासा
मृतका का शव जंगल में करंज के पेड़ पर जमीन से लगभग 10 फीट ऊपर लटका रस्सी के सहारे लटका हुआ था। घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है। कुछ ग्रामीण इसे आत्महत्या बता रहे हैं तो कुछ लोगों का कहना है कि किसी ने महिला की हत्या कर आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पेड़ पर लटका दिया है। यह भी चर्चा थी कि इतने ऊंचे पेड़ पर चढ़ कर महिला आत्महत्या कैसे कर सकती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत के कारण का खुलासा होगा. शव से दुर्गंध आ रहा था। इससे प्रतीत होता है कि शव दो-तीन दिनों से पेड़ से लटका हुआ था।