Jairam Mahto News: गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से नामांकन के दौरान खूब नौटंकी हुई। जिस गाड़ी से वारंटी को गिरफ्तार करने की प्लानिंग के साथ रांची की पुलिस बोकारो पहुंची थी, उसी गाड़ी से उन्हें वापस बेरंग लौटना पड़ा। दरअसल बुधवार को बोकारो में दो लोगों ने नामांकन किया। पहला निर्दलीय प्रत्याशी सुबोध कुमार यादव एवं दूसरा झारखंड खतियानी लोकतांत्रिक मोर्चा के अध्यक्ष जयराम कुमार महतो। रांची पुलिस जयराम महतो को गिरफ्तार करने का वारंट लेकर बोकारो पहुंची थी। गिरफ्तारी भी की, लेकिन फिर भी पुलिस जयराम महतो को साथ नहीं ले जा सकी। जयराम की गिरफ्तारी नगड़ी थाना में विधानसभा घेराव को लेकर दर्ज (48/22) मामले में होनी थी। बुधवार को जैसे ही नामांकन करने के बाद बाहर निकले रांची के एक पुराने मामले में रांची पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने की सूचना दी। हालांकि, उग्र समर्थकों के विरोध के बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया।

विधानसभा घेराव मामले में पुलिस ने किया था गिरफ्तार
बता दें, विधानसभा घेराव मामले में वारंट जारी होने के बाद नगड़ी डीएसपी और इंस्पेक्टर बोकारो पहुंचे थे. पुलिस ने नगड़ी थाना के केस संख्या 48/22 में जयराम महतो को गिरिडीह लोकसभा सीट के लिए नामांकन के बाद गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद उन्होंने जनसभा करने के लिए पुलिस से अनुमति मांगी जिसके लिए पुलिस ने उन्हें यह अनुमति दे दी थी. इस दौरान जयराम महतो ने यह कहा था कि वे सभा को संबोधित करने के बाद पुलिस को सरेंडर करेंगे.

बता दें, इससे पहले वे गिरिडीह लोकसभा सीट के लिए नामांकन करने डीसी दफ्तर पहुंचे थे. और इस बीच रांची के नगड़ी थाना के डीएसपी और पुलिस बल के जवान वहां काफी संख्या में उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी.

गिरफ्तारी की सूचना मिलने के बाद जयराम महतो के समर्थक हो हंगामा करने लगे। जयराम महतो का कहना था कि वह पहले चुनावी सभा करेंगे। इसके बाद वे अपनी गिरफ्तारी देंगे, जबकि रांची पुलिस के अधिकारियों का कहना था कि चूंकि वे गिरफ्तार हो चुके हैं। इसलिए, उन्हें सभा की अनुमति नहीं दी जा सकती है।

इस बात को लेकर दोनों के बीच लगभग एक घंटे तक मान-मनौवल चलता रहा। इसके बाद बेबस पुलिस के अधिकारियों ने जयराम को इस शर्त के साथ छोड़ दिया कि वह सभा करने के बाद वे स्वयं रांची पुलिस के सामने सरेंडर करेंगे। हंगामे के डर से पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने जयराम महतो की शर्त को माना।

जयराम अपने वाहन से सभा स्थल तक गए। यहां उन्होंने अपने समर्थकों को संबोधित किया और भाजपा व झामुमो प्रत्याशियों पर आरोप जड़ा कि उनके दबाव में पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची है। इसके लिए वैधानिक नियम को पूरा नहीं किया गया। हालांकि गिरफ्तारी को लेकर उनके समर्थक अड़ गए कि जयराम के साथ उनकी भी गिरफ्तारी होनी चाहिए। समर्थकों से घिरे जयराम महतो को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी।

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