रांची: झारखंड आंदोलनकारी झामुमो नेता शहीद निर्मल महतो की 72वी जयंती पर कदमा उद्यान स्थित उनके समाधि स्थल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान कैबिनेट मंत्री चंपई सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता एवं अन्य कई विधायक मौजूद रहे। निर्मल महतो की जयंती पर मुख्यमंत्री महोदय पहुंचे और वहां महतो की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। मौके पर सभा का आयोजन किया गया था। जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन केंद्र और पिछली राज्य सरकार पर जमकर बरसे।
मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि केंद्र झारखंड की मदद नहीं करता। पिछली सरकार पर उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि 20 साल में पिछली सरकार ने राज्य को खोखला करने का काम किया है। वर्तमान में सरकार जब अच्छा काम कर रही है तो बाहर से आए चंद लोगों के जरिए और कुछ आदिवासी नेताओं का सहारा लेकर मामला दर्ज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब जनता भी उनके मंसूबे को समझ चुकी। 20 साल में जो काम नहीं हुआ वह हमने चल महीनों में करके दिखाया है। आने वाले समय में राज्य की दशा और दिशा और बदलेगी। सीएम ने कहा 1932 खतियान आधारित स्थानीय से राज्य की जनता सभी खुश है जबकि इनके द्वारा उसका विरोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब नियुक्तियां भी होगी चाहे कितना भी रोकने की कोशिश करें।
हेमंत सोरेन ने कहा कि पिछली सरकार ने झारखंड आंदोलनकारियों को सम्मान नहीं दिया है। जबकि यह राज्य आंदोलनकारियों के बदौलत मिली है। आज केंद्र द्वारा निजीकरण पर जोर दिया जा रहा है। जिससे आरक्षण खत्म हो जाए। उन्होंने कहा कि अगर वे डाल-डाल है तो हम भी पात पात। हम गुजरात के सोनार नहीं हम झारखंडी लोहार हैं। 20 साल में नियुक्तियां नहीं हुई है। उससे ज्यादा नियुक्तियां से कुछ महीने में होगी। उन्होंने वर्तमान में कोरोना के संदर्भ में कहा कि राज्य सरकार अलर्ट है। लेकिन आम जनता को भी सावधानी बरतने की जरूरत है। मास्क पहनकर और लापरवाही ना करें। उन्होंने बताया कि 29 दिसंबर को सरकार के कार्यकाल का 3 साल पूरा होगा और उस दिन सुखाड़ के ग्रसित किसानों के बीच सहायता राशि बांटी जाएगी।