झारखंड : दो मंत्रियों को बम से उड़ाने की मिली धमकी, VIRAL VIDEO पर मचा हड़कंप, मंत्री सुदिव्य सोनू व इरफान अंसारी को लेकर पुलिस….

Jharkhand: Two ministers received bomb threats, uproar over VIRAL VIDEO, police took minister Sudhivya Sou and Irfan Ansari....

रांची। झारखंड के दो मंत्रियों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। सोशल मीडिया पर एक युवक का धमकी भरा वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उसने कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं, जिसे लेकर पुलिस जांच में जुट गई है। वहीं, मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने वीडियो को फेक या AI जनरेटेड बताते हुए मामले की जांच की मांग की है।

 

वायरल वीडियो में एक युवक झारखंड सरकार के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू और मंत्री डॉ. इरफान अंसारी को 24 घंटे के भीतर बम से उड़ाने की धमकी देता नजर आ रहा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद गिरिडीह पुलिस समेत अन्य एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं और युवक की पहचान और लोकेशन का पता लगाने में जुट गई हैं।

 

वीडियो में युवक खुद को गिरिडीह निवासी अंकित कुमार मिश्रा बताता है। दावा किया है कि गिरिडीह में कुछ स्थानीय गुंडों ने उसे धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर किया और जमीन विवाद को लेकर 20-25 लड़कों ने उस पर हमला कर दिया। युवक का आरोप है कि मारपीट करने वालों ने उसके मुंह में पिस्तौल डाल दी और जान से मारने की धमकी दी। इसके साथ ही उसने यह भी कहा कि अगर उसके साथ मारपीट करने वाले लोग माफी नहीं मांगते, तो वह “कांड” कर देगा।

 

वीडियो में यह भी बताया गया है कि उक्त युवक बिहार के जमुई जिले में रिकॉर्ड किया गया है और वह एनडीए के एक सम्मेलन में भी पहुंचा था। युवक ने वीडियो में कहा है कि उसके परिवार वाले उसका साथ नहीं दे रहे हैं, और उसने लिखित रूप में यह स्पष्ट कर दिया है कि उसके द्वारा किए गए किसी भी कृत्य से उसके परिवार का कोई संबंध नहीं होगा। युवक बार-बार यह कह रहा है कि जब तक वह दोनों मंत्रियों को बम से नहीं उड़ाएगा, तब तक उसे चैन नहीं मिलेगा।

 

गिरिडीह पुलिस ने इस वीडियो पर संज्ञान लेते हुए युवक की तलाश शुरू कर दी है। मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच की जा रही है और युवक की पहचान के लिए तकनीकी मदद भी ली जा रही है।

 

इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि उन्हें इस वीडियो की जानकारी शुभचिंतकों के माध्यम से मिली है, लेकिन वे इसकी सत्यता को लेकर निश्चित नहीं हैं। उन्होंने आशंका जताई कि यह वीडियो फेक हो सकता है या फिर किसी एआई तकनीक से बनाया गया हो। उन्होंने पुलिस से आग्रह किया है कि मामले की गहराई से जांच की जाए और दोषी को सख्त सजा दी जाए।

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