झारखंड शिक्षा विभाग : शिक्षकों व स्कूली बच्चों पर रखी जायेगी ऑनलाइन नजर, बस एक क्लिक में मिल जायेगी पूरी जानकारी, जानिये क्या होगा फायदा
Jharkhand Education Department: Teachers and school children will be monitored online, complete information will be available in just one click, know what will be the benefit

Jharkhand School News : झारखंड सरकार का स्कूली शिक्षा पर खास फोकस है। हेमंत सरकार अपनी इस पारी में स्कूल शिक्षा को चुस्त दुरुस्त बनाने के लिए कई कार्ययोजना तैयार की। खासकर स्कूलों में मानिटरिंग की व्यवस्था को काफी दुरुस्त किया गया है। इसी कड़ी में राज्य सरकार एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है। इसके तहत अब अफसरों की सीधी नजर स्कूलों में छात्रों और शिक्षकों की उपस्थिति पर होगी।
स्कूल में शिक्षक हैं या नहीं, कितने दिनों से शिक्षक गायब हैं। किस स्कूल में बच्चों की कितनी उपस्थिति है, बच्चे लागातार स्कूल आ रहे हैं या नहीं, उन तमाम आंकड़ों को अधिकारी अब बस एक क्लिक में हासिल कर लेंगे। शिक्षकों और छात्रों से जुड़े आंकडों को राज्य सरकार अब आनलाइन करने जा रही है।
जानकारी के मुताबिक डेटा लेक तथा रीयल टाइम इंटीग्रेटेड डैशबोर्ड लागू होने जा रहा है। जानकारी के मुताबिक इसे लेकर शिक्षा विभाग की तैयारी तेज है। डिजाइन, मेंटेनेंस तथा संचालन की जिम्मेदारी निजी आईटी एजेंसी को दी जाएगी, जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है।
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा लागू किया जानेवाला इस आईटी सिस्टम को केंद्र के सहयोग से खोले गए ‘विद्या समीक्षा केंद्र’ तथा राज्य सरकार द्वारा तैयार ई-विद्यावाहिनी पोर्टल से जुड़ेगा। इसके माध्यम से स्कूलों में संचालित शिक्षा योजनाओं की भी निगरानी होगी।
विद्यालयों में मूल्यांकन और संरचनात्मक व्यवस्था से जुड़ी प्रमुख बिंदु:
1. मूल्यांकन प्रणाली:
• रेल असेसमेंट (Readiness and Learning Evaluation):
o विद्यालयों में मासिक परीक्षा के माध्यम से छात्रों के सीखने के स्तर का मूल्यांकन।
o निपुण असेसमेंट के अंतर्गत बुनियादी दक्षताओं की जांच।
• JAC (झारखंड एकेडमिक काउंसिल) द्वारा आयोजित परीक्षाएं:
o छात्राओं की उपस्थिति का आंकलन।
o विषयवार परिणाम की समीक्षा।
2. विद्यालय प्रमाणीकरण (School Certification):
• शैक्षणिक गुणवत्ता और संसाधनों के आधार पर स्कूलों को प्रमाणित करना।
• गुणवत्ता आधारित मापदंडों की पूर्ति के अनुसार ग्रेड प्रदान करना।
3. शिक्षक-संबंधित जानकारी:
• टीचर-स्टूडेंट रेशियो:
o प्रत्येक कक्षा में शिक्षक और विद्यार्थियों का अनुपात।
• विषयवार शिक्षकों की उपलब्धता:
o प्रत्येक विषय के लिए प्रशिक्षित शिक्षकों की संख्या।
• शिक्षकों की स्थिति:
o स्थायी और अस्थायी शिक्षकों की संख्या।
o शिक्षकों की शैक्षणिक योग्यता और अनुभव का विवरण।
4. आधारभूत संरचना (Infrastructure):
• विद्यालयों में आवश्यक बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता:
o कक्षाएं, शौचालय, पेयजल, पुस्तकालय, प्रयोगशालाएं, खेल के मैदान आदि।
• संसाधनों की गुणवत्ता और मरम्मत की स्थिति।
जानकारी के मुताबिक इस पोर्टल के जरिये शिक्षा विभाग की तमाम योजनाओं की जानकारी अप टू डेट होगी। वहीं स्कूली बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं की भी जानकारी होगी। जानकारी के मुताबिक इसमें आनलाइन शिकायत की भी व्यवस्था होगी।