रांची। भ्रष्टाचार के पैसे से अकूत संपत्ति जुटाने वाले इंजीनियर अब ACB के निशाने पर है। ACB 17 इंजीनियरों को नोटिस भेजकर उनसे जवाब तलब किया है। आरोप है कि इन्होंने अवैध तरीके से खुद और अपने परिवार जनों के नाम पर अवैध तरीके से संपत्ति जुटाई है। इन इंजीनियरों से उनकी आय और संपत्ति दोनों का ब्योरा पेश करने को कहा गया है। एसीबी की अलग-अलग ब्रांच में इनके खिलाफ प्रीलिमिनरी इंक्वायरी (पीई) दर्ज कर जांच शुरू की गई है। ज्यादातर इंजीनियर पथ निर्माण, जल संसाधन, पेयजल और ग्रामीण कार्य विभाग में पदस्थ हैं।

ACB की टीम जिन इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर चुकी है, उनमें पथ निर्माण विभाग के कनीय इंजीनियर अशोक कुमार, जल संसाधन विभाग के ईई मनोज कुमार, पेयजल विभाग के इंजीनियर संजय कुमार के नाम प्रमुख हैं।आय से अधिक संपत्ति के मामले में एक इंजीनियर को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है। पथ निर्माण विभाग में अभियंता प्रमुख के पद पर पदस्थापित इंजीनियर रास बिहारी सिंह के पास आय से 199 प्रतिशत अधिक संपत्ति मिल चुकी है।

बता दें कि झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर रहे बीरेंद्र राम भ्रष्टाचार और अवैध कमाई के मामले में ईडी की कार्रवाई के चलते पिछले कई महीनों से जेल में हैं। 19 अप्रैल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनकी 39.28 करोड़ की संपत्तियां जब्त कर ली थी। सभी 17 इंजीनियरों के खिलाफ एसीबी की अलग-अलग ब्रांच में मामले (पीई) दर्ज हैं. उनकी संपत्ति की जांच चल रही है. बता दें कि जल संसाधन विभाग के 37 इंजीनियरों पर सीएम हेमंत सोरेन के आदेश के बाद कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है.

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