रांची। झारखंड की राजनीति में साल 2024 का पहला सप्ताह भूचाल ला सकता है। जिस तरह से ईडी ने अलग अलग मामले में बयान दर्ज कराने को लेकर समन जारी किया है उससे साफ जाहिर है की कई मायने में ये सप्ताह काफी अहम है। जिस तरह से गांडेय विधायक सरफराज अहमद का इस्तीफा मंजूर किया गया सियासी गलियारे में अलग अलग तरह की चर्चाएं हो रही है। विपक्षी पार्टी भी हमलावर हो गई है।

दो जनवरी को जेलर से होनी है पूछताछ 

रांची के एक अखबार के संपादक को जेल से धमकी देने के मामले में रांची जेल के जेलर प्रमोद कुमार ईडी के राडार पर आ गए हैं. ईडी ने जेलर को समन जारी कर दो जनवरी को पूछताछ के लिए तलब किया है. पूरा मामला शराब घोटाले में गिरफ्तार कारोबारी योगेंद्र तिवारी से जुड़ा हुआ है. जांच के क्रम में यह बात सामने आई है कि इसमें जेलर की भूमिका भी संदिग्ध है. सम्पादक को जेल में बंद योगेंद्र तिवारी के द्वारा ही धमकी दी गई है. योगेंद्र तिवारी को ईडी ने गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से ही वह रांची जेल में बंद है. जेलर को ईडी ने योगेंद्र तिवारी के सेल का सीसीटीवी फुटेज भी साथ लाने को कहा है।

मुख्यमंत्री को भी दर्ज कराना है बयान

ईडी के छह समन के बाद भी ईडी दफ्तर नहीं पहुंचने पर सीएम हेमंत सोरेन को ईडी के द्वारा जमीन घोटाले मामले में बयान दर्ज करने के लिए 31 दिसंबर का समय ईडी ने एक निश्चित स्थान और समय तय करने के लिए दिया था, परंतु सीएम हेमंत के द्वारा अभी तक ईडी से इस मामले को लेकर कोई पत्राचार नहीं किया गया है. ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि जनवरी 2024 के पहले सप्ताह में ईडी सीएम हेमंत को लेकर कोई न कोई बड़ा निर्णय जरूर ले लेगी.

गृह सचिव की पत्नी से 3 जनवरी को होनी है पूछताछ 

झारखंड के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार की पत्नी प्रीति कुमार को ईडी ने समन भेजा है. ईडी ने समन भेजकर 3 जनवरी की सुबह 10.30 बजे एजेंसी के रांची जोनल ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया है. रांची जमीन घोटाले की जांच कर रही ईडी को 13 अप्रैल को बड़गाईं अंचल के राजस्व उपनिरीक्षक के घर और मोबाइल से कई जमीनों के दस्तावेज मिले थे, डीसी रांची के आदेश के बाद इस मामले में सदर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी

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